Published on November 24, 2021 8:46 pm by MaiBihar Media
लालू प्रसाद यादव बुधवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के सिंबल लालटेन का अनावरण करने पहुंचे थे। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उनके साथ खड़े थे। साथ ही अन्य पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। हालांकि इस दौरान तेज प्रताप यादव पार्टी कार्यालय से दूरी बनाते हुए नजर आए। नेता-विधायक-कार्यकर्ताओं ने लालू यादव जिंदाबाद का जोरदार नारा लगाया। राजद कार्यालय में लालू लंबे समय के बाद पहुंचे थे। इससे पहले लालू ने सुबह-सुबह ही अपनी उस जीप को ड्राइव किया जो पहली बार विधायक बनने के बाद उन्होंने खरीदी थी। यह लालू का नया रूप था।
गाड़ी ड्राइव कर लालू ने समर्थकों को किया चार्ज-बुधवार को पार्टी कार्यालय में उनका सीधा संवाद था। इससे पहले लालू के पार्टी कार्यालय पहुंचने के पहले से ही उनके समर्थक चार्ज थे क्योंकि लालू शायद यह संकेत भी दे गए कि पार्टी और बिहार की राजनीति की ड्राइविंग सीट अभी उन्होंने नहीं छोड़ी है। पार्टी कार्यालय में लालू ने अपनी जीप की बात भी कही। बोले-मैं इलाज करा रहा हूं, घर में बैठ कर इलाज कराते रहें यह हमको अच्छा नहीं लगता है। मन नहीं लगता। आज मन किया तो पुराना जीप चलाया। मिलिट्री कोटा से जीप लिया था। जब हम जीप चलाते थे तो कर्पूरी ठाकुर जी को बैठाते थे..और बहुत तेज चलाते थे। कर्पूरी कहते थे कि आप बहुत अच्छा चलाते हैं…वे शायद मेरी तारीफ इसलिए करते थे कि मैं आराम से गाड़ी चलाऊं
बोले- सरकार तो बननी तय है
लालू ने कहा कि सरकार तो अपनी बननी ही है। इतनी बड़ी ताकत किसकी है? लालू ने अपनी पार्टी के सिंबल लालटेन पर कहा- तूफान में भी कभी नहीं बुझने वाला दिया है हॅरिकन लैंप। मैं जब सीएम बना तो लोगों को जगाया। पढ़ो-लिखों और अपने अधिकारों को पहचानों। वह भी एक दौर था जब लोगों को कान पकड़कर बस की सीट से उठा दिया जाता था। आजादी के बाद जो रोटी तावे पर थी, मैंने गरीबों के सहारे उस रोटी को पलट दिया। रोटी को पलट देना ही मेरा अपराध हो गया। लोगों ने कहा कि लालू ने सबको मांद से निकाल दिया। लालू ने कहा कि आज सभी गरीब एकजुट हैं। किसी के बहकावे में नहीं हैं। तेजस्वी और पार्टी के नेताओं ने विधानसभा चुनाव में जो मेहनत की उसका परिणाम भी आया। फिर पलटकर नेताओं से पूछ बैठे-75 विधायक है न जी…? तेजस्वी ने तत्काल कहा-जी पचहत्तर हैं।
अपने कार्यकाल की गिनाईं उपलब्धि
फिर लालू धारा प्रवाह शुरू हो गए। अपने रेल मंत्रित्व काल की उपलब्धियां गिनाईं। बताया कि मैंने रेलवे को 90 हजार करोड़ के मुनाफे में ला खड़ा किया था। यह भी कहा कि यहां जो भी ओवर ब्रिज दिख रहा है वह मैंने ही बनवाया है। यकीन न हो तो आप आरटीआई से पूछ लीजिए कि मेरा क्या योगदान रहा और राज्य सरकार का क्या योगदान रहा है इन पुलों को बनवाने में। लालू ने नीतीश सरकार पर भी हमला बोला। कहा-बिहार में कितना विकास हुआ है यह इससे ही पता चलता है कि गेहूं के खेत डूबे हैं। लालू ने कृषि कानूनों को वापस लेने के केन्द्र के फैसले पर कहा कि किसानों की जीत हुई है और नरेन्द्र मोदी की हार। जबतक समर्थन मूल्य का निर्धारण नहीं होता तब तक किसानों की लड़ाई जारी रहेगी। लालू ने कहा कि समर्थन मूल्य पर कानून नहीं बनाओगे तो राजद संघर्ष करेगा। हरे रंग की टोपी में लालू ने अपने भाषण की शुरूआत में ही पार्टी के नेताओं को मैसेज भी दे दिया कि अनुशासन में रहना होगा। लालू ने कहा-डिसिप्लीन नहीं रहेगा तो कोई भी पार्टी नहीं चल सकती। लालू ने कहा कि “हर जानकारी रखिए, पढ़िए, जानिए, सीखिए! निडर रहिए! निर्भीक रहिए!”