pic credits - google

Published on November 17, 2021 9:01 pm by MaiBihar Media

बिहार में नीतीश सरकार के 16 साल पूरे होने पर प्रदेश अध्यक्ष ने बताया है कि सुशासन की सरकार के 16 वर्ष पूरा करने के उपलक्ष्य में 24 नवंबर 2021 को पार्टी द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी। कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जी शामिल होंगे। खास बात यह है कि 24 नवंबर के दिन जेडीयू न सिर्फ राजधानी पटना बल्कि बिहार के सभी जिला मुख्यालयों में भी कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है। इधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने साफ कहा है कि  एक भी ऐसी घोषणा बताएं, जो पूरी हुई हो। साथ ही कई सवाल भी उठाया है। 

गौरतलब हो कि जेडीयू ने नीतीश कुमार की चौथी पारी के एक वर्ष पूरे होने पर 24 नवंबर को बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजन की जानकारी मंगलवार को प्रेस वार्ता कर दी। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में सरकार की चौथी पारी के एक वर्ष पूरे हो चुके हैं। इस बीच सरकार ने कई उपलब्धियां हासिल की। सात निश्चय योजना के प्रथम फेज में बिहार के हर पंचायत और हर वार्ड की तस्वीर बदली हैं। उन्होंने कहा कि सात निश्चय के दूसरे फेज में भी बिहार के विकास के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। सरकार का लक्ष्य है कि किसानों के हर खेत तक पानी पहुंचाया जाए, इसको लेकर सरकार लगातार काम कर रही है। पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा समेत हर क्षेत्र में क्रांति लाई गई है। मुख्यमंत्री की सोच का ही प्रतिफल है कि आज बिहार विकास की गाथा लिख रहा है। बीते 16 वर्षों में बिहार ने जो ऊंचाई प्राप्त किया है, यह देश और दुनिया देख रही है।  

यह भी पढ़ें   एनडीए के बिना बिहार और देश का विकास संभव नहीं : आरसीपी

वहीं, नीरज कुमार ने बताया कि सरकार के 16 साल पूरे होने पर पार्टी ने तय किया है कि ‘समदर्शी नेतृत्व और समावेशी विकास के 15 साल बेमिसाल’ पार्टी का नारा होगा। आगामी 24 नवंबर को प्रदेश मुख्यालय के साथ साथ सभी जिला मुख्यालयों में भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सरकार की उपलब्धि और सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यक्रमों के सामाजिक प्रभाव पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश की राजनीत में एक मात्र ऐसे नेता हैं जो घोषणा पर नहीं बल्कि निश्चय की बुनियाद पर लड़ते हैं।

यही राजनीत की भीड़ में उन्हें दूसरों से अलग करता है। वे जनता से जो वादा करते हैं उसे पूरा करने के बाद वोट मांगने के लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि पॉलिटिक्स विद डिफरेंट के साथ काम करनेवाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार ने बिहार में विकास की पटकथा लिखी है। सात निश्चय पार्ट वन की अपार सफलता के बाद जनता का जनादेश मिलने के बाद सात निश्चय पार्ट टू पर हमलोग काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए सरकार ने जो काम किया है उससे कोई इनकार नहीं कर सकता है। मानव विकास सूचकांक को बेहतर करने के लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है।

यह भी पढ़ें   झंडोत्तोलन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश ने मँहगाई भत्ता समेत की 9 महत्वपूर्ण घोषणाएं

तेजस्वी यादव ने कहा- कोई वादा हुआ पूरा तो बताएं सरकार

बिहार सरकार का एक वर्ष पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री बताएँ कि उनकी सरकार का युवाओं को चुनावी वादा कि राज्य में 19 लाख नौकरी/रोजगार देने के वादे का क्या हुआ? क्या इस वादे का भी वही हश्र होगा जो भाजपा के तथाकथित विशेष आर्थिक पैकेज का हुआ? कि अचानक घोषणा कर दिया जाएगा कि 19 लाख रोजगार दे दिए गए हैं? NDA के सभी घटक दलों के घोषणा पत्रों में खूब हवाई वादे किए गए थे, उनमें से एक भी ऐसी घोषणा है जिसे सरकार ने एक साल में पूरा कर लिया है या पूरा करने की ओर बढ़ भी रही है? संविदा कर्मचारियों की नौकरियों को स्थायी कब किया जाएगा? क्या बिहार सरकार के शब्दकोष से वेतनमान शब्द गायब ही हो गया है?

यह भी पढ़ें   जम्मू-कश्मीर: मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर, सोमवार को हुए हमले में अब तक तीन जवान शहीद

अगर राज्य में 16 साल से सुशासन है, जैसा कि सरकार दावा करती है, तो इस ‘सुशासन’ के बल पर इतना भी संसाधन संचय नहीं हो पाया कि कर्मियों को स्थायी सरकारी नौकरी दी जा सके? बिहार भर के अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों, डॉक्टरों, नर्सों, टेक्नीशियनों, विद्यालयों से शिक्षकों और पुलिस समेत सभी सरकारी विभागों में कर्मियों की भारी कमी को समाप्त कर दिया गया है? क्या सरकार इस तरफ बढ़ भी रही है? ऐसी कोई मंशा या योजना या रोडमैप भी है? अपराध व शराबबंदी को लेकर क्या ठोस निर्णय हुआ? अब तो सरकार की एनिवर्सरी हो गई। लेकिन कुछ ठोस फ़ैसला नहीं हुआ। सरकार की मंशा ही नहीं है, अपराध नियंत्रण और शराबबंदी की! सरकार तो केवल इन माफियाओं से फंडिंग की फिराक़ में है। राज्य में हर साल आने वाले बाढ़ के स्थायी निराकरण के लिए बिहार सरकार की कोई भी योजना या मंशा है? कोई इच्छाशक्ति है सरकार के पास इस ओर सोचने के लिए या इस सरकार के रहते बिहारवासियों को इसे तब तक अपनी नियति ही मानना होगा?

close

Hello 👋
Sign up here to receive regular updates from MaiBihar.Com

We don’t spam! Read our privacy policy for more info.