Published on October 26, 2021 7:58 am by MaiBihar Media
त्योहारों को देखते हुए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अगले माह श्रद्धा ,भक्ति एवं लोकआस्था का महापर्व छठ शुरू हो रहा है। छठ पूजा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरो पर है। त्योहार को लेकर सड़क, सीवरेज, फुटपाथ सहित अन्य जगहों पर सफाई की जा रही है। इसके साथ ही छठ महापर्व को देखते हुए नदी, तालाब के घाटों को दुरुस्त करने के साथ ही उसकी सफाई करवायी जा रही है। वही, राज्य का नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से छठ को लेकर तैयारी शुरु कर दी गई है।
संबंधित निकायों द्वारा नदी के घाट, तालाब की साफ-सफाई के साथ ही कृत्रिम अर्घ्य स्थली तैयार किया जा रहा है। बिहार के 38 जिलों में लगभग 14 सौ घाटों पर व्रतिय सूर्य भगवान को अर्घ्य देंगे। इसके साथ ही दो हजार पोखरे, तालाब के किनारे के स्थल को दुरुस्त करने के साथ ही साफ-सफाई की जा रही है। पटना के कमिश्नर ने सोमवार को गंगा घाटों का निरीक्षण किया और तैयारी का जायजा लिया। छठ के सफल, सुचारू आयोजन को लेकर पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने उच्चाधिकारियों की टीम के साथ पटना के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया।
पटना के 93 घाटों को 27 सेक्टर में बंटा
नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पटना नगर निगम के तहत 93 घाटों के साथ ही 40 पोखरों पर व्रतियों के लिए अर्घ्य की व्यवस्था की गई है। साफ-सफाई के साथ ही नदी के घाट, पोखरे, तलाब के किनारे लाइटिंग, डस्टबिन की व्यवस्था की जा रही है। पटना के 93 घाटों को 27 सेक्टर में बांटकर घाट को तैयार किया जा रहा है।
प्रशासन द्वारा व्रतियों के सुरक्षा के लिए रेलिंग लगेगा। घाट और तलाब के किनारे कूड़ा डंपिंग को रोकने के लिए प्रत्येक जगहों पर लगभग 10 सफाईकर्मी तैनात रहेंगे। जो लगातार सफाई करने के साथ ही वाहनों द्वारा कूड़ा दूसरी जगहों पर डंप करेंगे। इसके लिए 930 सफाई कर्मियों की नियुक्ति होगी। साथ ही 372 पर्यवेक्षक. सफाई निरीक्षक, अनुश्रवण पदाधिकारी के साथ अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति होगी। कमोबेश यही स्थिति बिहार के अन्य निकायों में होगी।
सफाई पर विशेष जोर
बिहार के 259 निकायों में त्योहारों को देखते हुए सीवरेज, ड्रेनेज के साथ ही सड़कों की भी सफाई की भी सफाई होगी। दीपावली से पहले और दीपावली के बाद भी सड़कों की सफाई पर ध्यान दिया जाएगा। जिससे छठ के दौरान घाट तक जाने के दौरान व्रतियों को परेशानी न हो। जिला प्रशासन की ओर से प्रत्येक निकायों पर सेंटर बनाए जाएंगा। जिसके माध्यम से समस्या का तत्काल निस्तारण हो सकेंगी।
प्रदेश के जिन स्थानों पर सीवरेज के ओवरफ्लो की शिकायत मिल रही है। वहां पर छठ से पहले समस्या को दूर किया जाएगा। व्रतियों के लिए तैयार अर्घ्य स्थली पर साफ-सफाई और घाटों तक पहुंचने का इंतजाम 15 हजार मजदूरों द्वारा किया जाएगा, जो नदी और तलाब के किनारे साफ-सफाई करने के साथ ही मुख्य सड़क से वहां तक पहुंचने के लिए मार्ग का निर्माण करेंगे।