Published on October 24, 2021 2:13 pm by MaiBihar Media
बिहार में जदयू सांसदों पर बिहार के भाजपा नेता आए दिन अपना दबदबा दिखाते रहे हैं। हाल में भाजपा सांसद सिग्रीवाल और जदयू नेता कामेश्वर के बीच मामला सुलझा ही था कि फिर एक बार सारण जिले से सटे गोपालगंज जिला से ऐसी ही खबर सामने आई है। जहां बताया जा रहा है कि जदयू सांसद सह राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार सुमन का फर्जी आईडी बनाकर संसद भवन में प्रवेश करने वाले भाजपा नेता सह खनन मंत्री जनक चमार के आप्त सचिव समेत दो को गिरफ्तार किया है। इधर राजद के नेताओं ने मामला को गंभीर बताया है।
मामला बिगड़ता देख भाजपा मंत्री ने झाड़ा पल्ला
खबर है कि फर्जी आईडी मामले में दिल्ली पुलिस की टीम ने शनिवार को गोपालगंज से भाजपा नेता सह खनन मंत्री जनक चमार के आप्त सचिव बबलू आर्य और व्यवसायी महेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उसे पूछताछ के लिए नगर थाना लाया गया। जहां से उसे दिल्ली पुलिस दिल्ली ले गई। गिरफ्तारी के बाद से जिले की राजनीति गर्म है। मंत्री ने अपने आप्त सचिव से इनकार किया है। मामला फंसता देख भाजपा मंत्री ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। मंत्री ने कहा कि बबलू आर्य को वह नहीं जानते है। उन्होंने कहा कि वो मेरा कभी आप्त सचिव नहीं रहा है।
जेडीयू नेता ने गृहमंत्रालय से लेकर लोकसभा अध्यक्ष तक की थी शिकायत
मिली जानाकरी के मुताबिक इस घटना के बाद सांसद डॉ अलोक कुमार सुमन ने 3 सितंबर को गृह मंत्रालय से लेकर लोकसभा स्पीकर से शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि सांसद के लेटर हेड का गलत इस्तेमाल कर संसद भवन में प्रवेश के लिए बबलू आर्य ने फर्जी पास बनवाया था। जिसके बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर टीम को गोपालगंज भेजा गया। टीम ने शनिवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
भाजपा मंत्री के करनामें की खुली पोल
गिरफ्तारी के बाद कई दस्तावेज पुलिस को मिले हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि खनन मंत्री का झूठ कुछ देर में ही खुल गया। मंत्री ने ही उसे आप्त सचिव बनाया था। हालांकि मामला बिगड़ता देख खुद को किनारा कर लिया। टीम इसके साथ ही कई और मामलों की भी जांच कर रही है। लिहाजा पकड़े गए युवकों को दिल्ली लेकर रवाना हो गई है।
मंत्री ने देर रात बदला बयान और दी अब यह प्रतिक्रिया
वहीं, अब बयान बदलकर देर रात खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने कहा कि ‘ जैसे ही इसकी जानकारी हुई तत्काल पीए को हटा दिया गया है। इस घटना से हैरान हूं। मुझे बेहद दुख हुआ है। प्रारंभिक दृष्टया तो गड़बड़ी दिख रही है। ऐसे पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है। अब इसमें क्या मामला है, क्या हुआ है, यह सब तो जांच के बाद ही पता चलेगा। इसके पहले किसी तरह की टिप्पणी कैसे की जा सकती है। हां, किसी ने गलती की है तो उसके खिलाफ अवश्य कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’
पहले भी बिहार में भाजपा के नेता ने जेडीयू नेता पर दिखाया था दबदबा
आपको बता दें क यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले चुनाव प्रचार के लिए भाजपा नेता सह सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को JDU नेता कामेश्वर सिंह ने गाड़ी दी थी। सांसद ने गाड़ी को लौटाने के बजाए अपने बेटे के पास भेज दिया। जिसके बाद जेडीयू नेता को एफआईआर दर्ज कराना पड़ा और इसके लिए जेडीयू नेता ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखने के साथ एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया। जिसके बाद इधर पुलिस जांच में चोरी की FIR पर राज खुला तो भाजपा सांसद के बेटे और उनके मित्र के यहां से जेडीयू नेता की गाड़ी बेगलुरु से पकड़ा गया।