Published on October 18, 2021 9:36 pm by MaiBihar Media
लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में आज देशभर में किसानों ने करीब 130 जगहों पर ट्रेनें रोकीं। किसानों के इस आंदोलन से उत्तर रेलवे की 50 ट्रेनें प्रभावित हुई। किसानों के इस आंदोलन पर बारिश ने ग्रहण लगा दिया। हालांकि किसान रेल रोको को सफल बनाने के लिए बारिश में भिंग कर आंदोलन करते रहे। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को छह घंटे के लिए ‘रेल रोको’ कार्यक्रम आयोजित किया था। इस आंदोलन का सबसे अधिक असर पंजाब, हरियाणा में दिखा।
गौरतलब हो कि लखीमपुर मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बेटा आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है। इस बाबत किसानों का संघ संयुक्त किसान मोर्चा ने पहले ही ऐलान किया था कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे नहीं हुई तो रेल रोको आंदोलन करेंगे। इसके अंतर्गत किसानों ने आज सुबह 10 से शाम चार बजे तक रेल रोको को सफल बनाने में जुटे रहे। इस दौरान दो ट्रेनें पूरी तरह रद्द रहीं। जबकि 13 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया। एक ट्रेन का रास्ता बदला गया।
इन क्षेत्रों मे दिखा किसान आंदोलन का असर
बताया ज रहा है कि कि किसानों के रेल रोको आंदोलन का असर पंजाब के लुधियाना, मोगा, अमृतसर, जालंधर, पटियाला और फिरोजपुर में सबसे अधिक दिखा। इन जगहों से कई प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए। हरियाणा के चरखी दादरी, सोनीपत, कुरुक्षेत्र जींद, करनाल और हिसार में भी कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश में भी यूपी सरकार ने भारी मात्रा में पुलिस को तैनात किया है।
किसानों ने क्यों किया आंदोलन
बता दें कि लखीमपुर खीरी में इसी तीन अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कार्यक्रम था। इसका किसान विरोध कर रहे थे। इसी दौरान भाजपा नेताओं की गाड़ियां विरोध कर रहे किसानों को कुचलते हुए गुजर गईं। इससे चार लोगों की मौत हो गई थी। इनमें तीन किसान थे। आरोप है कि इनको आशीष की गाड़ी से कुचला गया था। इस इस सिलसिले में आशीष को नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया जा चुका है। वह जेल में है। लेकिन अजय मिश्र ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है।