Published on October 16, 2021 8:11 pm by MaiBihar Media
लालू के दोनों बेटों के बीच चल रही तनातनी के कारण लालू अब उपचुनाव में बिहार नहीं आयेंगे। इसकी जानकारी राबड़ी देवी ने पटना से दिल्ली वापस लौटने के क्रम में दी। इस बीच लालू के बड़े लाल तेज प्रताप ने अब RJD में तेजस्वी के आमने-सामने मोर्चा खोल दिया है। वे तारापुर में RJD के उम्मीदवार अरुण कुमार साह को अपना समर्थन देंगे, लेकिन कुशेश्वरस्थान में कांग्रेस के प्रत्याशी अतिरेक कुमार को समर्थन देंगे। छात्र जनशक्ति परिषद के पत्र के जरिए शनिवार को तेजप्रताप यादव ने खुद इसकी जानकारी दी।
जारी पत्र में क्या बोले तेजप्रताप
तेजप्रताप यादव के द्वारा जारी पत्र के मुताबिक तेज प्रताप यादव ने कहा है कि कुशेश्वर स्था और तारापुर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में वर्तमान परिस्थितियों का अध्ययन करते हुए छात्र जनशक्ति परिषद ने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा है कि परिषद के मजबूती के साथ दोनों विधानसभा में अपने समर्थित उम्मीदवारों का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करेगी।
तेजप्रताप यादव के इस फैसले की परिवार में थी जानकारी
तेजप्रताप की तपीश के कारण लालू का बिहार दौरा टाल दिया गया है। लेकिन वर्चुअल माध्यम से सभा में मंच पर ‘लालू लाइव’ भाषण कराने या लालू के भाषण का विडियो प्रचार गाड़ी की मार्फत लोगों के बीच घुमाने पर मंथन चल रहा है। बहरहाल, पटना से दिल्ली जाते समय राबड़ी ने कहा कि लालू जी का इलाज चल रह है। वो फिलहाल पटना नहीं आ सकते हैं। पर हकीकत ये था कि वो बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को मनाने में इस बार सफल नहीं हो पायी।
दोनों बेटों के तनातनी का असर बिहार उपचुनाव के परिणाम पर नही पड़े, इसके लिये फिलहाल लालू यादव के बिहार लौटने वाला कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। बता दें सियासी गलियारों में चर्चा थी कि लालू परिवार और राबड़ी देवी को पता था कि तेज प्रताप यादव कांग्रेस के किसी नेता से मिलजुल रहे हैं और उपचुनाव के लिए रणनीति बना रहे हैं। लिहाजा वो दिल्ली लौट गईं।
रविवार से चुनावी मैदान में उतरेंगे तेजस्वी यादव
बता दें कि आज शाम तेजप्रताप के नए ऐलान से पहले तेजस्वी यादव पटना आए। खबर है कि तेजस्वी सड़क मार्ग से रविवार को पटना से तारापुर के लिये रवाना होंगे। फिलहाल वो दो दिनों तक वहीं रुककर छोटी-छोटी सभाएं करेंगे और प्रचार करने में लगे राजद के विधायकों, पूर्व विधायकों और नेताओं की फौज से रुबरु होंगे। यही कारण है कि शनिवार को ही तारापुर में तैनात किये सभी प्रमुख नेता और विधायक तारापुर पहुंच गये हैं।