Published on September 20, 2021 9:38 am by MaiBihar Media
नवादा में कोचिंग पढ़ने गई सुप्रिया का शव बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गई। वहीं, घटना के बाद उसके परिजन न्याय चाहते हैं। मामले में प्लुरल्स पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सुप्रिया को न्याय दिलाने के लिए आक्रोश कैंडल मार्च निकाला। प्लुरल्स पार्टी के जिला सचिव प्रशांत कुमार शर्मा ने बताया कि सुप्रिया के हत्यारों ने परिवार की इज्जत पर हाथ डाला है। लड़ाई तब तक लड़ते रहेंगे जब तक कि सुप्रिया के हत्यारों को पकड़ा न जाए।
क्या है मामला
आपको बता दें कि सुप्रिया अपने कोचिंग जाने के लिए घर से साइकिल पर सवार होकर निकली, लेकिन घर वापस नहीं आई तो परिजनों ने खोजना शुरू किया। खोजबीन की तो पता चला कि सुप्रिया अपने कोचिंग गई ही नहीं थी। परिजनों ने पुलिस से शिकायत भी की लेकिन मामले को लेकर प्रशासन मौन रहा। सही समय पर छानबीन नहीं की और अगले ही सुबह यानि कि बुधवार को सुप्रिया का शव बरामद किया गया।
वैशाली की थी सुप्रिया
मालूम हो कि सुप्रिया मुख्य रूप से वैशाली जिले के करनौती गांव की रहने वाली थी और उनके पिता उमा शंकर ठाकुर उस जिले के प्रसिद्ध शिक्षक और प्लुरल्स पार्टी के पूर्व प्रत्याशी एवं प्रदेश प्रवक्ता हैं।
प्लुरल्स ने दिलाया परिजनों को न्याय का भरोसा
कैंडल मार्च में प्लुरल्स पार्टी के जिला संगठन मंत्री भारतीय चंदन सिंह ने बताया कि शनिवार के दिन प्लुरल्स नवादा की टीम सुप्रिया के परिजनों से मिलने के लिए उनके पैतृक गाँव करनौती गई हुई थी और सभी लोग उनके परिजनों को यह आश्वासन दिए कि जब तक अपराधी को पकड़ा नहीं जाता तब तक संघर्ष जारी रहेगा।