राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) द्वारा महिलाओं के बीच रुपया बांटने से संबंधित वायरल वीडियो पर जांच का आदेश जारी कर दिया गया है।दरअसल, तेजस्वी यादव 24 सेकेंड के वायरल वीडियो में गरीब महिलाओं के बीच 500-500 रुपये के नोट बांटते हुए दिखाई दे रहे हैं। वे अपना परिचय भी बता रहे हैं-‘हम लालू प्रसाद के बेटा तेजस्वी यादव हईं।’ यह वीडियो सोशल मीडिया पर शुक्रवार को वायरल हुआ। जिसे जदयू और भाजपा ने मुद्दा बना लिया और कार्रवाई की मांग उठाई।
गौरतलब हो कि बिहार में पंचायत चुनाव के नामांकन जारी है। इस बीच वायरल वीडियो को लेकर जदयू प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने राज्य निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंप इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया और तेजस्वी पर कार्रवाई की मांग की। इस बाबत गोपालगंज (Gopalganj) के डीएम नवल किशोर चौधरी ने जांच के आदेश दिए हैं। इधर, बैकुंठपुर के राजद विधायक प्रेम शंकर राय ने कहा कि यह वीडियो काफी पुराना है। तेजस्वी यादव की छवि को धूमिल करने के लिए जदयू ने इस पुराने वीडियो को चलाया है।
वहीं पूरे प्रकरण पर गोपालगंज डीएम ने सदर एसडीएम को जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि मामला सही पाए जाने पर कार्रवाई हो सकती है।
जदयू नेता नीरज द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग को सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार ‘यह सब बैकुंठपुर के गरौली जाने के क्रम में हुआ। गरौली गोपालगंज स्थित बांसघाट मंसुरिया पंचायत में आता है। यहां पंचायत चुनाव होना है। लिहाजा, यह आदर्श आचार चुनाव संहिता 2021 का उल्लंघन है। संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा खुलेआम रुपया बांटने के आचरण को संज्ञान में लें सक्षम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।’ नीरज के अनुसार, यह वीडियो राजद के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जारी किया गया है। नीरज ने खुद इसे शेयर किया। साथ ही तेजस्वी को शर्म करने की नसीहत भी दी है।