Published on September 7, 2021 2:50 pm by MaiBihar Media
अफगानिस्तान (Afghanistan) के एक ऐसा हिसा जहां अब तक तालिबान नहीं पहुंचा था, अब तालिबान Taliban) ने पंजशीर (Panjshir) पर उसका कब्जा हाेने का दावा किया है। हालांकि अभी भी एक जिला और पंजशीर की राजधानी ही उसके नियंत्रण से बाहर है। लेकिन पंजशीर को लेकर तालिबान ने कहा है कि अब लड़ाई खत्म हाे गई है। उनके लड़ाके पंजशीर गवर्नर के दफ्तर में दाखिल हो गए हैं। इसके बाद काबुल में जश्न में हवाई फायरिंग हुई।
इसकी जानकारी देते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने सोमवार को कहा, ‘पंजशीर अब हमारे नियंत्रण में है। अब लड़ाई पूरी हाे गई है।’ हालांकि तालिबान विराेधी फ्रंट ने इन दावों को खारिज किया है। उसने कहा है कि पंजशीर में उसके लड़ाके हर कोने में मौजूद हैं। जंग अभी जारी है। वैसे, उसने माना है कि कुछ जगह पर उसकाे हार देखनी पड़ी है। लेकिन यह भी कहा है, ‘हम अब भी टक्कर दे रहे हैं। कई तालिबानी मारे गए और कई काे बंदी बना लिया गया है।’ तालिबान विरोधी फ्रंट के नेता अहमद मसूद ने साेशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्हाेंने कहा, ‘तालिबान हमारे साथ जंग नहीं लड़ रहा है। यह पाकिस्तानी सेना और आईएसआई है जो उनका नेतृत्व कर रही है।’
सूत्रों ने भी बताया कि पाकिस्तान पंजशीर में तालिबान लड़ाकों को हवाई सहायता दे रहा है। उसकी वायुसेना ड्रोन से हमले कर रही है। काबुल पहुंचे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी- आईएसआई के प्रमुख हमीद फैज ने तालिबान को अपना समर्थन दिया था। तालिबान के कब्जे की पूरी रणनीति आईएसआई ने बनाई।
मिली जानकारी के मुताबिक कब्जे के लिए हुई लड़ाई में तालिबान ने पंजशीर के कुछ प्रमुख कमांडर्स को मारने का दावा भी किया है। फ्रंट के नेता और पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के घर पर भी हेलीकॉप्टर से हमला हुआ है। हालांकि, इस हमले में सालेह बच गए। तालिबान ने कहा है कि फ्रंट के ताजिक मूल के विद्रोही नेता अहमद मसूद और सालेह ताजिकिस्तान भाग गए हैं।