Published on August 26, 2021 4:31 pm by MaiBihar Media

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद लगातार हालात बदल रहे हैं। काबुल एयरपोर्ट पर भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। चीन तालिबान के साथ दोस्ती का रिश्ता कायम करना चाहता है। वहीं, अमेरिका अपने सैनिको को वापस बुलाना चाहता है। इधर भारत में इसी मसले पर सर्वदलीय बैठक हुई है। बैठक के दौरान विदेश मंत्री ने राजनीतिक दलों के नेताओं को अफगानिस्तान को लेकर जानकारी दी और विपक्ष के सवालों का जवाब भी दिया। जिसके बाद विपक्षी दलों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की तारीफ की और अफगानिस्तान के हालात पर उठाए गए कदमों को लेकर सरकार के काम की भी सराहना की।

गौरलब हो कि अफगानिस्तान को लेकर चल रही सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल, विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरण और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल शामिल रहे। वहीं, विपक्षी दलों की ओर से प्रमुख नेताओं में कांग्रेस के मलिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और आनंद शर्मा, एनसीपी से शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस से शिवेंदु शेखर रॉय और सौगत राय, डीएमके से तिरुचि शिवा, राजद से प्रेमचंद गुप्ता, एमआईएमआईएम से असदुद्दीन ओवैसी, आम आदमी पार्टी से एनडी गुप्ता, टीडीपी से जयदेव गल्ला, जेडी(एस) एचडी देवगौड़ा, जेडीयू ललन सिंह, बीजेडी से प्रसन्ना आचार्य, सीपीआई से विनय विश्वम, शिवसेना से गजानन कीर्ति और सपा से विशम्भर प्रसाद निषाद इस सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए।

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आपको बता दें कि अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान जारी है और भारत अब तक सिख और हिंदू समुदाय के अफगान समेत करीब 800 से ज्यादा लोगों को वापस ला चुका है। मंगलवार को ताजकिस्तान की राजधानी दुशांबे के रास्ते अफगानिस्तान से 78 भारतीय और अफगानी नागरिकों को दिल्ली लाया गया था। अफगानिस्तान से निकालकर लाए गए 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से चार अलग-अलग विमानों के जरिए सोमवार को भारत पहुंचे।

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