Published on August 24, 2021 10:39 pm by MaiBihar Media
जातीय जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली स्थित द्वारका (सेक्टर 19) में बनी बिहार सदन बहुमंजिली इमारत का मुआयना किया और अफसरों को कई निर्देश दिए। वहीं, पटना आने के बाद आज राजधानी के पत्राकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब फैसला उनको करना है, हमें पूरा भरोसा कि हमारी बातों पर विचार होगा। आगे उन्होंने एक सावल के जवाब में कहा कि सदन से जातिय जनगणा सर्वसम्मती से दो बार परित हुआ था, इसमें अमीरी-गरीबी की बात नहीं है और यह क्रेडिट लेने-देने का भी मसला नहीं है। इसमें तो सभी पार्टियों की सहमति है। सबकी एकजुटता है।
उन्होंने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात और बात के बारे में विस्तार से बताया और कहा-हमने उनको बताया कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, क्योंकि इसका बहुत लाभ है और यह सभी के हित में है। उन्होंने हमारी सभी बातों को ध्यानपूर्वक सुना। 2019 में बिहार विधानसभा और विधान परिषद् द्वारा तथा 2020 में विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को हमलोगों ने पहले ही पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री के पास भेज दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, देश में आखिरी बार अंग्रेजों के जमाने में 1931 में जातीय जनगणना हुई थी। अभी तक उसी को आधार मानकर चला जा रहा है। यह उपयुक्त नहीं है। एक बार जरूर जातीय जनगणना करा लेनी चाहिए। इससे सभी लोगों को लाभ होगा और सरकार को भी पूरी जानकारी मिलेगी कि किस जाति समूह की कितनी जनसंख्या है? और यह सिर्फ बिहार का मामला नहीं है, देश भर का मामला है। सभी राज्यों से इसकी मांग उठ रही है। यह सब लोगों की इच्छा है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जनगणना अभी शुरू नहीं हुई है। शुरू होने के पहले प्रधानमंत्री निर्णय लेंगे।
आपको बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को दिल्ली के बिहार सदन का मुआयना किया और अफसरों को जरूरी निर्देश दिए। इमारत का मुख्यमंत्री ने बीते 21 जून को वर्चुअल उद्घाटन किया था। इसमें एक बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर के अलावा 10 फ्लोर हैं। इसमें 2 वीवीआईपी सुइट है। राज्यपाल के लिए सुइट 9 वीं मंजिल पर है। मुख्यमंत्री का सुइट 10 वीं मंजिल पर है। 8 वीआईपी कमरे हैं। 118 कमरों में 89 डबल तथा 19 सिंगल कमरे हैं। 250 गाड़ियों के लिए पार्किंग का इंतजाम है। एक बड़ा कांफ्रेंस रूम है। इस बार जातिय जनगणा की मसले को प्रधानमंत्री के समक्ष रखने के बाद मुख्यमंत्री इस बिहार सदन में पहुंचे और वहां घूम-घूमकर सबकुछ देखे और उचित निर्देश भी दिया। वहीं, इसके बाद मुख्यमंत्री ने राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी की इलाजरत पत्नी की हालचाल लेने एक अस्पताल भी पहुंचे और वहां उनसे मिलकर हाल भी जाना।