Published on August 16, 2021 10:25 pm by MaiBihar Media
सिवान, बिहार
रिश्तों को शर्मशार करने वाली बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक सनकी दमाद ने अपने ही सास-ससुर और पत्नि को काट डाला। पूरा मामला सिवान के दरौंदा स्थित भीखाबांध कोहार टोला की है। जहां रविवार की रात करीब 12:00 बजे एक सनकी दामाद ने सास, ससुर और पत्नी की हत्या कर दी। इससे पूरे गांव में दहशत फैल गई। घटना के पीछे जानकारी मिल रही है कि सनकी दामाद ने फिक्स डिपॉजिट का पेपर नहीं देने पर पहले ससुर को बिस्तर पर तेज धारदार हथियार से काट कर मौत के घाट उतार दिया। फिर विरोध करने गयी सास को भी उसने काट दिया। इस दौरान सीमा खातून की आठ वर्षीय बेटी रवीना खातून ने खूनी खेल को अपनी आंखों से देखा। फिलहाल मामले में शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सीवान सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
घटना को अंजाम देकर गहने लेकर जब गर्भवती पत्नी उसे पकड़ने लगी तो सनकी पति ने उसे भी घसीटते हुए घर के बगल में धान के खेत में ले गया और उसकी भी जान ले ली। इसके बाद भी वह नहीं रुका। उसने अपनी आठ साल की बेटी सबीना खातून को भी पीट दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल है। मृतकों की पहचान 60 वर्षीय अलीसेन साई और उनकी पत्नी 55 वर्षीय नजमा खातून तथा अलीसेंन साईं की 32 वर्षीय पुत्री नसीमा खातून के रूप में की गयी है। हत्या की शिकार नसीमा खातून उत्तर प्रदेश के बाराबंकी निवासी मुबारक अली की दूसरी पत्नी बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2018 में 32 वर्षीय नसीमा खातून की दूसरी शादी उत्तरप्रदेश के बाराबंकी निवासी मुबारक अली से हुई थी। नसीमा का अपने पहले पति से तलाक हो चुका था। डेढ़ साल से नसीमा अपने पति मुबारक अली के साथ मायके में ही अपने मां-पिता के साथ रह रही थी। मुबारक टेंपो चलाकर परिवार का पेट पाल रहा था।
नसीमा खातून की आठ वर्षीय बेटी रवीना खातून ने खूनी खेल को अपनी आंखों से देखा। इस घटना का जिक्र पुलिस के सामने किया। उसने पुलिस को बताया कि उसने अपनी आंखों के सामने अपने पिता को नाना-नानी और मां को कत्ल करते देखा है। नसीमा की एक दूसरी बेटी डेढ़ साल की है जिसका नाम रुबीना खातून बताया जा रहा है। थाना प्रभारी अजीत कुमार सिंह ने कहा कि मासूम के बयान के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मुबारक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि अलीशेर साईं के दोनों बेटे भी विदेश से सीवान के लिए निकल चुके हैं ।उनके आने पर शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।