Published on August 14, 2021 9:32 pm by MaiBihar Media

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले भारत-पाकिस्तान बंटवारे को याद किया। उन्हाेंने कहा, ‘देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता।’ खंडित भारत के परिदृश्य को याद कर प्रधानमंत्री ने 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने का भी एलान किया है। इस बारे में शनिवार को ही अधिसूचना जारी की गई।

इस बाबत प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया है। ताकि बंटवारे में विस्थापित होने और जान गंवाने वाले हमारे लाखों बहनों और भाइयों के संघर्ष और बलिदान को याद रखा जा सके। यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए प्रेरित करेगा। बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं मजबूत होंगी।’

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देश को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली। हालांंकि आजादी से एक दिन पहले अंग्रेजाें ने देश का विभाजन कर दिया। 14 अगस्त को पाकिस्तान बना था। बंटवारे के दौरान दोनों तरफ भड़के दंगे और हिंसा में लाखों लोगों की जान गई थी। कुछ रिपोर्ट्स में यह संख्‍या 10 से 20 लाख तक बताई गई है। लाखों लोगों को विस्थापित होकर शरणार्थियाें का जीवन जीना पड़ा। देश को आजादी मिली और खंडित भारत की खबर सुनकर लोगों ने खुशियों को गम में भुना दिया था। उन दिनों को अब हर वर्ष 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप में मनाया जाएगा।

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