Published on August 10, 2021 10:25 pm by MaiBihar Media
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के घर सोमवार को उनके जन्मदिन पर विपक्षी नेताओं का जुटान हुआ। जिसकी चर्चा खुब हो रही है। दरअसल, इस जुटान में सरकार को घेरने और 2024 के चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का मुद्दा तो उठा लेकिन इस जुटान में गांधी परिवार से कोई नहीं था। इस दौरान कुछ विपक्षी दलों ने कांग्रेस में मजबूत नेतृत्व की मांग उठाई। इस जुटान में वे लोग भी शामिल हुए जो कभी कांग्रेस में शामिल न होते हैं। इनमें सपा अध्यक्ष व यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम शामिल है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी इसमें शामिल हुए थे। वहीं, कांग्रेस की बात करें तो गांधी परिवार को छोड़कर दावत में पी चिदंबरम, शशि थरूर, मनीष तिवारी और आनंद शर्मा भी शामिल थे। ये सभी कांग्रेस के उन 23 वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं जो पिछले साल सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में बड़े बदलाव की जरूरत बता चुके हैं।
गौरतलब हो कि यह आयोजन ऐसे समय में हुआ जब राहुल गांधी दिल्ली से बाहर श्रीनगर के दौरे पर हैं और प्रियंका गांधी वाड्रा विदेश में हैं। ऐसे में गांधी परिवार से इसमें कोई नहीं था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आयोजन के बीच एक बार फिर कांग्रेस में बदलाव का मुद्दा उठा। कुछ नेताओं ने कहा कि कांग्रेस का कायाकल्प तभी संभव है जब नेतृत्व गांधी परिवार से बाहर आए। अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने कहा, गांधी परिवार के ‘चंगुल’ से बाहर निकले बिना कांग्रेस का मजबूत होना मुश्किल है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, कांग्रेस मजबूत होती है तो विपक्ष मजबूत हो जाता है। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस की मजबूती के लिए क्या किया जा रहा है?
आपको बता दें कि सिब्बल का एक दिन पहले जन्मदिन था। इस जन्मदिन के बहाने यह जुटान हुआ। जहां सिब्बल की दावत में राजद प्रमुख लालू प्रसाद, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना सांसद संजय राउत, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, तृणमूल के डेरेक ओ’ब्रायन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, डीएमके से तिरुचि शिवा, रालोद के जयंत चौधरी शामिल थे। बीजू जनता दल (बीजद) से पिनाकी मिश्रा भी इसमें पहुंचे थे। टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए। सिब्बल ने अकाली दल को भी न्योता दिया था। अकाली दल से नरेश गुजराल पहुंचे।