Published on August 4, 2021 9:39 pm by MaiBihar Media

दिल्ली

दिल्ली कैंट इलाके के एक श्मशान घाट में मासूम बच्ची से कथित रेप के बाद हत्या कर परिवार को बिना बताए उसका अंतिम संस्कार किए जाने का मामला अब राजनीति तूल पकड़ने लगा है। एक तरफ जहां मामले को लेकर स्थानिय लोगों ने श्मशान घाट के बाहर धरना देकर आंदोलन शुरू कर दिया है। वहीं, अब खबर है कि नांगल गांव पहुंचकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और मजिस्ट्रियल जांच कराने का ऐलान किया। मालूम हो कि स्थानीय लोगों के साथ-साथ परिवार से मिलने पहुंच रहे नेता भी पुलिस के रवैये पर आपत्ति जता रहे हैं। हालांकि, मामले में पुलिस का कहना है कि वो निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी। श्मशान घाट के पुजारी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में कानून-व्यवस्था ठीक करने की जरूरत है। केंद्र इस बारे में ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए देने की घोषणा की। इससे पहले राहुल ने कहा, पीड़ित परिवार इंसाफ चाहता है। इंसाफ मिलने तक हम उनके साथ खड़े रहेंगे। वहीं, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा, लेकिन दुष्कर्म के मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, राहुल गांधी काे छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब में जघन्य मामले नहीं दिखाई देते हैं।

दरअसल, राहुल गांधी ने भी आज सुबह पीड़ित परिवार को अपनी ही गाड़ी में बिठाकर बात की। यह मुलाकात करीब 10 मिनट से ज्यादा समय की रही। बातचीत करने के बाद राहुल ने कहा है, मैंने परिवार से बात की है और उन्हें सिर्फ न्याय चाहिए और कुछ नहीं। वह कह रहे हैं कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है, उनकी मदद की जानी चाहिए। हम वह करेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तबतक उनके साथ है जब तक कि उन्हें न्याय नहीं मिल जाता है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने मिलने की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है और ट्वीट कर लिखा है, माता-पिता के आँसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं- उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हक़दार है। और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूँ।

आरोप है कि 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया, उसकी हत्या कर दी गई और फिर उन कथित हमलावरों ने ही जबरन उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना को लेकर लोगों में जबरदस्त ग़ुस्सा है और लोग इसको उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई दलित लड़की के साथ गैंगरेप व हत्या की तरह घटना बता रहे हैं। वहीं, बच्ची के पिता ने बताया कि पहले भी कई बार उनकी बेटी श्मशान घाट में पानी भरने के लिए जाती थी। इसलिए हमें कभी लगा ही नहीं कि ऐसा कुछ हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मेरी एक ही औलाद थी, आखिरी बार उसका चेहरा तक देखने नहीं दिया। मालूम हो कि पीड़ित परिवार मूलतः राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है। वह रोजगार की तलाश में दिल्ली आया, लेकिन कूड़ा चुनकर घर का गुजारा होता था।

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दक्षिण पश्चिम दिल्ली के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने बताया, पोस्टमॉर्टम से बच्ची की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने वॉटर कूलर को फॉरेंसिक जांच के लिए एफएसएल लैब भेजा है जिसके बारे में दावा था कि इससे करंट लगा है। पुलिस आरोपियों का लाइ डिटेक्टर टेस्ट करा सकती है। डीसीपी ने कहा, सात दिन में जांच पूरी कर फास्ट ट्रैक काेर्ट में सुनवाई की जाएगी।

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि एक नाबालिग लड़की का उसके माता-पिता की सहमति के बिना रविवार रात ओल्ड नंगल श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया था। मां के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर श्मशान घाट के पुजारी को गिरफ्तार कर लिया गया था। एफएसएल और क्राइम टीम ने मौके से सैंपल लिए  थे। वहीं, नाबालिग लड़की के बलात्कार और हत्या के विरोध पर दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर जसपाल सिंह ने कहा है कि इस मामले में आईपीसी, पॉक्सो एक्ट, एससी/एसटी एक्ट की सभी संबंधित धाराओं का इस्तेमाल किया जाएगा। हमने लोगों को आश्वासन दिया है कि हम जल्द से जल्द जांच पूरी करेंगे। मैंने लोगों से आंदोलन खत्म करने की अपील की है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मृतक के पिता बताते हैं कि रविवार शाम करीब 5:30 बजे उनकी बेटी श्मशान घाट में पानी लेने गई, जिसके बाद वापस नहीं आई। पंड़ित ने कुछ लोगों को भेजकर मेरी पत्नी को बुलाया और बताया कि तुम्हारी बेटी नहीं रही। जब पूछा कि क्या हुआ, तो पंडित ने कहा कि वॉटर कूल में करंट आने की वजह से मर गई। पंडित ने कहा कि पुलिस और डॉक्टर को बुलाने की जरूरत नहीं है, यही पर बच्ची का अंतिम संस्कार कर देते हैं और एक कागज पर दस्तखत करने को कहा। जब मैंने इनकार कर दिया तो मेरी पत्नी से कहा। उसने भी इनकार कर किया। इसके बाद जबरदस्ती मेरी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया।

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जब हंगामा किया तो गांव के लोगो आए और उनमें से किसी ने 100 नंबर पर कॉल किया था। जिसके बाद लोगों ने पानी से आग बुझाने की कोशिश की। सिर्फ खोपड़ी और पैर का कुछ हिस्सा बचा था। पिता के मुताबिक, भीड़ को देखकर पंडित ने मुझसे अपनी गलती मानते हुए कहा था कि गलती हो गई, पर मामले को यहीं पर खत्म कर देते हैं। पुलिस ने श्मशामन घाट पर हमसे कोई बात नहीं की। देर रात 2:30 बजे थाना लेकर गए। वहां पर जाकर बात की और हमने उन्हें बताया कि मेरी बेटी के साथ रेप हुआ है, लेकिन वो हमारी बात सुनने को राजी नहीं थे। 16 से 17 घंटे बाद हमें छोड़ा। मामले में लड़की के मां का कहना है कि पंड़ित बार-बार बोल रहा था कि पुलिस को कॉल करेगी, तो मामला लंबा हो जाएगा। यहीं पर इस मामले को दबा दे। जब गुस्साए लोग पंडित को मारने की कोशिश कर रहे थे, तब भी पुलिस उसे बचा रही थी। बता दें कि इस मामले में राजनीतिक दिग्गज भी न्याय दिलाने के लिए लगातार पीड़ित परिवार से मिल रहे है। वहीं, इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है।

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