Published on August 4, 2021 9:51 pm by MaiBihar Media
नालंदा, बिहार
राजगीर स्थित नालंदा में बदमाशों ने गोली मारकर परिवार के 6 सदस्यों की हत्या कर दी। गोलीबारी में 5 लोग जख्मी भी हुए। एक साथ छह लोगों की हत्या से पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया। पूरा मामला जिला के छबिलापुर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव की है, जहां बुधवार को 50 बीघा रकबा के भूमि विवाद में छह लोगों की जान चली गई। एसपी हरि प्रसाथ एस दलबल के साथ गांव पहुंचकर घटना की जांच में जुट गए। करीब दो दशक बाद नरसंहार के घटना की पुनरावृत्ति हुई। जिसके बाद आक्रोशित लोग पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेने का विरोध कर रहे हैं।
परिजनों का आरोप है कि दर्जनों बदमाशों ने घंटों गांव में गोलीबारी की। सूचना के बाद भी पुलिस मौके पर आने से इंकार कर दी। लोग डीएसपी और थानेदार पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। 5 घंटे बाद भी पुलिस शव को कब्जे में लेने में सफल नहीं हुई है। ग्रामीण अत्याधुनिक हथियारों से सैकड़ों राउंड फायरिंग की बात कह रहे हैं। चर्चा है कि नरसंहार को अंजाम देने की तैयारी कई दिनों से चल रही थी। दूसरे इलाके से भाड़े पर बदमाशों को बुलाया गया था। एसपी ने बताया कि भूमि विवाद में घटना हुई। पुलिस जांच में जुटी है। महेंद्र यादव समेत दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोषियों पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी।
परशुराम यादव के 45 वर्षीय पुत्र धीरेंद्र यादव, उसका भाई 40 वर्षीय शिवला यादव, स्व. जागदेव यादव का 65 वर्षीय पुत्र जद्दू यादव, उसका 30 वर्षीय पुत्र पिंटू यादव, उसका सगा भाई 19 वर्षीय महेश यादव और स्व. रामस्वरूप यादव का 70 वर्षीय पुत्र बिंदा यादव की मृत्यु मौके पर गोली लगने से हो गयी। जबकि गोली से जख्मी लोगों में परशुराम यादव, शंभू यादव, मंटू यादव, मिट्टू यादव और रोहित यादव बताया जा रहा है। कुछ जख्मी का इलाज राजगीर रेफरल अस्पताल में कराया जा रहा है। जबकि, अन्य का निजी क्लिनिक में इलाज चल रहा है।
6 लोगों की सामूहिक नरसंहार के बाद एसपी गांव पहुंचे। इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस शव को कब्जे में लेने का प्रयास कर रही थी। जिसका विरोध परिजनों ने किया। लोग आरोप लगा रहे हैं कि सूचना के बाद भी डीएसपी-थानेदार नहीं आएं। पहले उनलोगों पर कार्रवाई हो, तभी शव उठाने देंगे। पांच घंटे बाद भी पुलिस शव को कब्जे में नहीं ले सकी।
वर्षों से चल रहा था भूमि विवाद
ग्रामीणों ने बताया कि स्व. रामस्वरूप यादव ने दो शादियां की थी। दोनों पक्ष के लोग उन्ही के परिवार हैं। मृतक धीरेंद्र यादव के पुत्र रोहित ने बताया कि 50 बिगहा खेत का विवाद नीतीश यादव व उसके परिवार से चला आ रहा था। कोर्ट ने खेत जुताई पर रोक लगा दी थी। रोहित ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोग विवादित खेत की जुताई कर रहे थे। जिसका विरोध करने पर गोलियों की बौछार कर दी गई। बदमाशों ने सुनियोजित तरीके से नरसंहार को अंजाम दिया। करीब 30 बदमाशों को भाड़े पर गांव बुलाया गया था। सभी अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। गोलीबारी की सूचना देने के बाद थानेदार ने दो टूक कहा कि जो करना है करो, पुलिस नहीं जाएगी। डीएसपी को भी घटना की जानकारी दी गई। घंटे भर इंतेजार के बाद भी पुलिस नहीं आई। बदमाशों ने खदेड़-खदेड़कर परिवार के 6 सदस्यों की हत्या कर दी। वारदात के दो घंटे के बाद पुलिस गांव पहुंची। गांव के खेत और रास्तों में लाश पड़ी थी।