Published on August 24, 2021 4:11 pm by MaiBihar Media
बिहार समेत में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए सीधे केंद्र पर जाकर वैक्सीन लगवाने की सुविधा शुरु हो गई। व्यवस्था के शुरु होने के बाद टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ बढ़ने लगी और टीका की कमी दिन प्रति दिन सामने आने लगी। आलम यह है कि राजधानी पटना में 156 केंद्रों में से सिर्फ 5 केंद्रों पर ही टीके लगे। ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं, क्या वैक्सीन की कमी को केंद्र पूरा नहीं कर पा रहा या एकाएक ज्यादा भीड़ बढ़ने से टीका की कमी समाने आई है? इतना ही इसे टीकाकरण महाअभियान से जोड़ कर देखा जाने लगा है। माना जा रहा है कि वैक्सीन के कमी के कारण बिहार में महाअभियान को झटका लग रहा है।
टीकाकरण केंद्रों से लोग लौट रहे वापस
बात अगर राजधानी पटना की हो तो यहां भी टीके की किल्लत हो गई है। इसके चलते पटना के पांच केंद्र कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर, वीरचंद पटेल पथ स्थित पाटलिपुत्र होटल अशोक, पाटलिपुत्र स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज, एसकेएम हॉल और रामदेव महतो सामुदायिक भवन पटना सिटी पर ही रविवार को टीकाकरण हो पाया। वहीं, अन्य जिलों को देखा जाए तो वैक्सीन के कमी के कारण मधेपुरा, सहरसा और शेखपुरा में शनिवार को एक भी टीका नहीं लगा। वहीं, अन्य जिलों में भी टीके की कमी की खबरे आए दिन आती रही है। लोग टीकाकरण केंद्र पहुंचने के बाद बिना टीका लिये अपने घर को वापस लौटने को मजबूर है।
समय पूरा होने पर भी नहीं मिल रहा टीका
इतना ही नहीं जो लोग टीके का पहला डोज ले चुके है उन्हें भी दूसरी डोज के लिए टीका केंद्रों से वापस होना पड़ रहे है। ऐसे में सवाल उठता है कि सरकार अगर समय पर वैक्सीन की कमी को दूर नहीं करेगी तो कही न कही यह महाअभियान को झटका दे सकता है। हालांकि, वैक्सीन के कमी को लेकर पटना जिला प्रशासन के पदाधिकारियों का कहना था कि राज्य स्वास्थ्य समिति से रविवार को टीका मिलने की उम्मीद जताई गई थी। टीका मिलने के बाद फिर से टीका केंद्र पूर्व की भांति संचालित हो सकते है।