Published on March 26, 2022 9:33 am by MaiBihar Media
सार्वजनिक क्षेत्र बैंकों व अन्य सरकारी उद्यमों के निजीकरण के खिलाफ 28-29 मार्च की औद्योगिक हड़ताल में बैंक यूनियंस के शामिल होने से 26 से 29 मार्च तक लगातार चार दिन बैंक बंद रहेंगे। चौथे शनिवार और 27 मार्च को रविवारीय अवकाश के साथ ही 28-29 के दो दिवसीय हड़ताल के कारण राज्य में 50 हजार के कारोबार प्रभावित होंगे। केवल पटना जिले में 5 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा जिसमें चेक क्लियरिंग तथा नगद लेन-देन शामिल है।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने बताया कि बैंकिंग उद्योग के तीन प्रमुख संगठनों एआईबीईए , एआईबीओए और बेफी द्वारा हड़ताल का आह्वान करने से स्टेट बैंक के अलावे सभी व्यावसायिक बैंक और ग्रामीण बैंक के अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। स्टेट बैंक अधिकारी एसोसिएशन ने भी हड़ताल का नैतिक समर्थन किया है ।
हड़ताल की ये हैं प्रमुख मांगे
बैंको के निजीकरण का प्रस्ताव वापस लेने, एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने, पांच दिन का बैंकिंग सप्ताह शुरू करने, पेंशन अपडेशन, एलआईसी और बैंक के बीच मंहगाई भत्ते की दर में समानता, आउटसोर्सिंग बन्द कर नई भर्ती करने, ग्रामीण बैंक का प्रायोजक व्यावसायिक बैंक में विलय तथा श्रम कानून संशोधन विधेयक की वापसी इत्यादी।