Published on March 23, 2022 12:12 pm by MaiBihar Media
1999 के चुनाव में आचार संहिता के एक मामले को लेकर सहरसा से यहां कोर्ट में पेशी को पहुंचे पूर्व सांसद आनंद मोहन ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठकर पक्षपात नहीं चलेगा। मैं जिस तरह से 14 वर्ष का वनवास जेल में काट रहा हूं, वह बेकार नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आउंगा तो भी अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जो लोग पक्षपात वे लोग लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। दरअसल आनंद मोहन आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में व्यवहार न्यायालय जहानाबाद में सहरसा जेल से पेशी के लिए पहुंचे थे। वर्ष 1999 में लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का मामला नगर थाना में आनंद मोहन सहित कई नेताओं पर दर्ज हुआ था। कोर्ट पेशी के लिए आनंद मोहन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री ने जिस तरह से शराबबंदी लागू की वह सराहनीय कदम था लेकिन शराबबंदी के आड़ में जिस तरह से समानांतर अर्थव्यवस्था संग्रह करने का जो कार्य चल रहा है, वह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने भी शराबबंदी को जमीनी स्तर पर उतारने की बात कही थी लेकिन नीतीश कुमार ने शराबबंदी कर एक समानांतर अर्थ व्यवस्था चालू किया है वह कतई लोकतंत्र की दृष्टि से सही नहीं है । उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि अहंकारी सरकारों को लोगों ने मटियामेट होते देखा है और आगे भी ऐसा होने वाला है। अहंकार किसी का नहीं चला है, नीतीश कुमार का भी नहीं चलेगा।