Published on December 4, 2021 10:16 pm by MaiBihar Media
नगर विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे सीएम नीतीश ने शनिवार को रिमोट के माध्यम से पटना स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत 15 योजनाओं का शिलान्यास एवं 12 योजनाओं का उद्घाटन किया। साथ ही नगर विकास एवं आवास विभाग के अंतर्गत विभिन्न जिलों में भी 15 योजनाओं का उद्घाटन एवं कई योजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्मार्ट सिटी योजना के धीमी रफ्तार पर नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने अपने संबोधन में अधिकारियों से कहा- तेजी से काम कीजिये, सिर्फ नाम का स्मार्ट सिटी नहीं हो बल्कि वहां काम भी स्मार्ट हो। कोई काम पेंडिंग न रहे। ग्रेटर पटना, स्मार्ट सिटी और गरीबों के लिये शहरों में बनने वाले आवास के काम में तेजी लायें। मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने मंदिरी नाला के विकास कार्य योजना का भी शिलान्यास किया। सीएम ने कहा कि ग्रेटर पटना का प्रारुप वर्ष 2013-14 में तैयार कराया गया था। उस पर तेजी से काम करें। स्मार्ट सिटी के तहत पटना, मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ एवं भागलपुर सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए जितने पैसों की जरूरत होगी उसे पूरा किया जायेगा। सात निश्चय-2 के अन्तर्गत वृद्धजनों के लिये आश्रय स्थल (वृद्धाश्रम) के लिये एजेंसी के चयन की प्रक्रिया चल रही है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा- हमलोगों ने पहले कार्यकाल के दौरान कुछ जगहों पर बहुमंजिली इमारत बनाकर गरीबों के लिये रहने की व्यवस्था की थी लेकिन बाद में कुछ शिथिलता आ गई। अब इस काम को तेजी से करना है। शहरों के गंदे पानी को साफ कर गांवों में सिंचाई के लिये उपयोग करने की योजना पर काम चल रहा है। सभी शहरों में स्मार्ट वाटर ड्रेनेज सिस्टम को विकसित किया जायेगा ताकि शहरों में जलजमाव की समस्या न हो। सभी शहरों एवं नदी घाटों पर विद्युत शवदाह गृह एवं मोक्ष धाम का निर्माण कराया जायेगा और वहां साफ-सफाई की भी पूरी व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि किसी भी योजना का शिलान्यास तभी हमसे कराइये जब उसका काम तुरंत शुरू हो सके। अब शिलान्यास के साथ योजना का कार्यारंभ हो रहा है। शिलान्यास की गयी सभी योजनाओं को निर्धारित समय पर पूर्ण करने के लिए तेजी से काम करना है।
अब 5 घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर तेजी से हो रहा है काम
सीएम ने कहा कि बिहार को विकसित बनाने के लिये हमेशा काम करते रहेंगे। जब से हम लोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला, हमलोगों ने नगरों के विकास, उनकी निरंतर प्रगति एवं सुधार को लेकर काफी प्रयास किया है। बिहार के किसी कोने से पटना पहुंचने का लक्ष्य पहले 6 घंटे निर्धारित किया गया था जिसे पूरा करने के बाद अब 5 घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर तेजी से काम हो रहा है। शहरों में जाम की समस्या से निपटने को लेकर बाईपास का निर्माण कराया जा रहा है। जहां बाईपास बनाने के लिये जगह नहीं वहां फ्लाईओवर का निर्माण कराया जायेगा। राजधानी पटना में भी कई फ्लाईओवरों का निर्माण कराया गया है। पटना का पहले बुरा हाल था। कंकड़बाग एवं दानापुर से सचिवालय आने में काफी परेशानी होती थी। शाम के बाद कोई दानापुर जाना नहीं चाहता था। शाम होते ही पूरा इलाका बंद हो जाता था। पहले आवागमन के इंतजाम ठीक नहीं होने तथा भय के कारण शाम के बाद लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे। अब देर रात तक पूरे पटना में लोग आवागमन करते रहते हैं।
सीएम ने कहा कि वर्ष 2005 में बिहार में सिर्फ 112 शहरी निकाय थे जो वर्ष 2021 में बढ़कर 258 हो गये हैं। 2005 में शहरी निकायों की आबादी 81.49 लाख थी जो वर्ष 2021 में बढ़कर 1.58 करोड़ हो गयी है। कई नगर निगम, नगर परिषद एवं नगर पंचायतों का गठन किया गया है। ग्रामीण इलाकों को शहरी क्षेत्र में शामिल किया गया है। नगर निकायों का काम ठीक ढंग से हो इसको लेकर काफी पदों का सृजन किया जा रहा है। वर्ष 2006 में पंचायती राज चुनाव में और वर्ष 2007 में नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया। एससी0/एसटी0, अति पिछड़े वर्गों के लिये भी आरक्षण का प्रावधान किया गया। अब काफी संख्या में महिला प्रतिनिधि चुन कर आ रही हैं। सात निश्चय कार्यक्रम के अंतर्गत हर घर तक नल का जल, हर घर तक पक्की गली नाली का निर्माण कराया गया है। हर घर शौचालय का निर्माण राष्ट्रीय योजना है जिसे बिहार में ठीक ढंग से कराया गया है। सभी काम लगभग पूर्ण हो गये हैं। जो भी थोड़े बहुत काम बचे हुए हैं उसे विभाग जल्द से जल्द पूरा करायें।