Published on November 16, 2021 10:49 pm by MaiBihar Media
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित कैग हेडक्वार्टर में आज यानी मंगलवार को सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया है। साथ ही उन्होंने ऑडिट दिवस की शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री मोदी पहले ऑडिट दिवस समारोह में भाग लेने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण ऑडिट दिवस पर किया। वहीं, उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित भी की।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि एक संस्था के रूप में कैग न केवल देश के खातों का हिसाब किताब चेक करता है बल्कि प्रोडक्टिविटी में एफिशिएंसी में वैल्यू एडिशन भी करता है। इसलिए ऑडिट दिवस और इससे जुड़े कार्यक्रम हमारे चिंतन मंथन, हमारे सुधारों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब देश में ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था। ‘कैग बनाम सरकार’, ये हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच बन गई थी। लेकिन, आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
पहले की सरकारों ने बढ़ाया एनपीए
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले देश के बैंकिंग सेक्टर में पारदर्शिता की कमी के चलते तरह तरह की प्रैक्टिस चलती थीं। परिणाम ये हुआ कि बैंको के NPAs बढ़ते गए। NPAs को कार्पेट के नीचे कवर करने का जो कार्य पहले के समय किया गया, वो आप भली-भांति जानते हैं। लेकिन हमने पूरी ईमानदारी के साथ पिछली सरकारों का सच देश के सामने रखा। पीएम मोदी ने कहा कि हम समस्याओं को पहचानेंगे तभी तो समाधान तलाश कर पाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘कॉन्टैक्टलेस कस्टम्स, ऑटोमैटिक रिन्यूअल, फेसलेस असेसमेंट, सर्विस डिलीवरी के लिए ऑनलाइन आवेदन जैसे सुधारों ने सरकार के गैर-जरूरी दखल को खत्म किया है। आज आप एडवांस एनालिटिक्स टूल्स इस्तेमाल कर रहे हैं, जियो स्पाटिकल्स डाटा और सैटेलाइट इमेजरी का इस्तेमाल कर रहे हैं।’ अंत में प्रधानमंत्री ने कहा कि पुराने समय में जानकारी, कहानियों के जरिए प्रसारित होती थी। कहानियों के जरिए ही इतिहास लिखा जाता था। लेकिन आज 21वीं सदी में, डेटा ही जानकारी है और आने वाले समय में हमारा इतिहास भी डेटा के जरिए देखा और समझा जाएगा।