गोरखपुर- सीवान रेलखंड के बीच कुसमी जंगल के पास तेज हवा और बारिश होने के कारण एक विशालकाय पेड़ टूट कर ट्रैक पर गिर गया। जिससे गोरखपुर- सीवान रेलखंड के बीच लगभग 10 घंटे तक ट्रेनों का परिचालन में काफी समस्याएं आईं। जिससे चलते यात्री भी काफी परेशान दिखे।
डाउन की सभी ट्रेने कई घंटे विलंब से चलीं
डाउन साइड के सभी ट्रेनें कई घंटे लेट से अपने गंतव्य स्थान पर पहुंची। जबकि अप साइड की ट्रेन भी प्रभावित हुई। डाउन साइड के सभी ट्रेनों का रूट डायवर्ट करना पड़ा। ट्रेन को सिवान जंक्शन पर लाने के लिए कप्तानगंज, थावे होकर आना पड़ा। इस वजह से ट्रेनों का परिचालन घंटों प्रभावित हुआ। अप साइड ट्रेन भी डायवर्ट होकर चलाई गई।
नई दिल्ली सहरसा स्पेशल एक्सप्रेस 10 घंटे लेट हुई
स्टेशन अधीक्षक अनंत कुमार ने बताया कि डाउन बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस 8 घंटे, बरौनी एक्सप्रेस 8 घंटे, नई दिल्ली सहरसा स्पेशल एक्सप्रेस 10 घंटे, अवध असम डाउन एक्सप्रेस 9 घंटे, डाउन एक्सप्रेस 3 घंटे, सुपरफास्ट वैशाली एक्सप्रेस ढाई घंटे, डाउन अम्रपाली एक्सप्रेस 7 घंटे, डाउन पाटलिपुत्र एक्सप्रेस 1 घंटे लेट से आई।
राप्तीसागर एक्सप्रेस का रूट करना पड़ा चेंज
अप राप्तीसागर एक्सप्रेस डायवर्ट होकर चलाई गई। इसी तरह अप पूर्वांचल एक्सप्रेस भी सीवान से थावे कप्तान होगा होकर गोरखपुर के लिए चलाई गई। इसके अलावा बाघ एक्सप्रेस प्रभावित हुई। मंगलवार की सुबह 10:00 बजे के बाद वहां पर रेलवे लाइन को दुरुस्त किया गया। इसके बाद ही ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन दोपहर में शुरू किया गया।
रेलवे का एक पोल भी क्षतिग्रस्त हुआ
पेड़ गिरने की वजह से वहां पर रेलवे का तार भी टूट कर गया था। जबकि रेलवे का एक पोल भी क्षतिग्रस्त हुआ था। वाराणसी रेल मंडल के पीआरओ ने बताया कि पेड़ टूट कर रेलवे लाइन पर गिरने की वजह से ट्रेन सेवा प्रभावित थी। कई ट्रेनों को डायवर्ट होकर चलाया गया था। अब पेड़ हटा दिया गया है। तार भी ठीक कर दिया गया है। ट्रेनों का परिचालन सुचारू रूप से हो रही है।