Published on September 8, 2021 8:01 pm by MaiBihar Media
बिहार के भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (Bhagalpur Engineering College) की पूर्व छात्रा का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में कंप्यूटर वैज्ञानिक (Computer Scientist) के लिए हुआ है। ज्याेति इंजीनियरिंग काॅलेज की 2015-2019 बैच की कंप्यूटर साइंस की छात्रा रही हैं। वह मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के कलमबाग चाैक की रहने वाली हैं। इस समय रांची में कोल इंडिया (Coal India) में एक्जीक्यूटिव हैं। ज्योति ने बताया कि उसने 12 जनवरी, 2020 को इसरो में वैज्ञानिक के लिए एंट्रेंस एग्जाम दिया था। उसमें पास करने के बाद इस साल 16 मार्च काे इंटरव्यू हुआ। परीक्षा में उसे तीसरा स्थान मिला है।
ज्योति बताती है कि काेराेना के कारण परीक्षा की प्रक्रिया में विलंब हुआ है। अब ज्वाइनिंग लेटर का इंतजार है। ज्योति ने हाेली मिशन स्कूल मुजफ्फरपुर से सीबीएसई बोर्ड से 10वीं की परीक्षा पास की थी। उसमें उन्हें 10 सीजीपीए मिला था। 12वीं की परीक्षा पारामाउंट एकेडमी से की थी। इसमें उसे 95.5 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे। भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई के दाैरान उसने इसराे का वैज्ञानिक बनने के लिए तैयारी शुरू की थी। इस बीच उसका चयन काेल इंडिया के लिए हाे गया। ज्योति के पिता राजीव रंजन प्रोफेसर हैं।
ज्योति ने बताया कि उसका सपना वैज्ञानिक बनने का था। भागलपुर इंजीनियरिंग काॅलेज से कंप्यूटर साइंस की डिग्री लेने के बाद उसके कई सहपाठियाें का चयन प्राइवेट कंपनियों में हो गया। लेकिन वह गवर्नमेंट सेक्टर में काम करना चाहती थी। कुछ असफलता भी मिली। पहले उसे लगा कि उसका डिसीजन गलत है, लेकिन उसने प्रयास करना नहीं छोड़ा। कड़ी मेहनत की। इससे उसका चयन काेल इंडिया, नेशनल इंफार्मेटिक सेंटर में आईटी प्राेफेशनल के लिए हुआ। अब इसरो के लिए भी सफलता मिली है। कड़ी मेहनत और लगन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। इसरो में भी वह इसी तरह मेहनत करेगी।
आपको बता दें कि इससे पहले भागलपुर इंजीनियरिंग काॅलेज के 2003-2007 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र अमरदीप का भी चयन इसरो के वैज्ञानिक के लिए हाे चुका है। वह देवघर के पथराेल गांव के रहने वाले हैं।