Published on August 29, 2021 12:36 pm by MaiBihar Media
पंचायत चुनाव (Panchayat Election) को लेकर आयोग लगातार दिशा-निर्देश जारी कर रहा है। आयोग के द्वारा जारी आदेश में बताया है कि पंचायत चुनाव में आमतौर पर प्रत्याशियों के खर्च पर नजर रखने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी, लेकिन इस बार आयोग एक अलग से व्यवस्था किया है और इसके लिए आब्जर्वर को यह कार्य सौंपा है। ताकि चुनाव को शांतिपूर्ण और नियम के तहत संपन्न करा सके। इसके लिए आयोग तमाम तैयारियां पूरी कर ली है। साथ ही चुनाव के मद्देनजर तैनात किए जाने वाले आब्जर्वरों का टास्क आयोग ने निर्धारित कर दिया है।
पानी की तरह बहा पैसा तो आयोग ले सकता एक्शन
जानकारी के मुताबिक पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च पर नजर रखने के लिए इसबार मुकम्मल व्यवस्था की गई है, जो पहले किसी चुनाव में नहीं होती थी, लेकिन इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने आब्जर्वरों को यह टास्क सौंप दिया है। पंचायत चुनाव में तैनात किए जाने वाले आब्जर्वर प्रत्याशियों के मित्रों एवं संबंधियों के साथ उनके समर्थकों द्वारा किए जा रहे खर्च पर भी पैनी नजर रखेंगे। आब्जर्वरों को अगर लगता है कि किसी प्रत्याशी के दोस्त-मित्र या रिश्तेदार चुनाव में पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं तो वे इसकी रिपोर्ट आयोग को भेजेंगे।
निर्धारित कार्यों के अनुसार आब्जर्वर मतदान दल के कर्मियों की ट्रेनिंग, बैलेट बॉक्स, ईवीएम (EVM) एवं मतदान सामाग्री की व्यवस्था पर नजर रखेंगे। साथ ही मतदान केन्द्रों पर की गई व्यवस्था, सशस्त्र बल एवं मैजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति, मतदान समाप्त होने के 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार रोके जाने पर भी नजर रखेंगे। इसके अलावा अवैध शराब की बिक्री एवं उसका उपयोग रोके जाने एवं अन्य संबंधित मामलों की भी समीक्षा कर सकेंगे। आब्जर्वर मतदान कर्मियों से सवाल पूछकर उन्हें मतदान संचालन संबंधी नियमों की जानकारी होने का भी पता कर सकेंगे।
वोटिंग के दिन भी नजर रखेंगे आब्जर्वर
इतना ही नहीं आब्जर्वर अपने निर्धारित निर्वाचन क्षेत्र में कम से कम दो बार निश्चित रूप से भ्रमण करेंगे। आब्जर्वर वोटिंग के दिन अपने दौरे के कार्यक्रम को गुप्त रखेंगे तथा इसकी पूरी जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी व निर्वाची पदाधिकारी को भी देने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अधिकतम मतदान केन्द्रों का भ्रमण करेंगे। इसके अलावा पीठासीन पदाधिकारी एवं वोटरों से बाचतीच कर यह पता लगाएंगे कि मतदान सही ढंग से चल रहा है या नहीं। मतदान केन्द्र पर कब्जा किए जाने अथवा अन्य गंभीर अनियमितता सामने आने पर आब्जर्वर अविलंब इसकी सूचना निर्वाची पदाधिकारी, जिला निर्वाचन पदाधिकारी(पंचायत) तथा राज्य निर्वाचन आयोग को देंगे।