Published on August 22, 2021 9:09 pm by MaiBihar Media
छपरा से अजीब-व-गरीब घटना सामने आ रही है। जहां बतााया जा रहा है कि बचपन से ही विषैले सांपों से खेलने का शौक रखने और उन्हें दोस्त की तरह पालने वाले शख्स की मृत्यु उस समय हो गई। जब उसे सांप ने ही डस लिया। मृतक की पहचान शीतलपुर निवासी दिगम्बर साह के 24 वर्षीय पुत्र मनमोहन उर्फ भुंअर के रूप में हुई है। जिसे आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिवार में हाहाकार मच गया है। वहीं, उसकी मां समेत भाई-बहनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
गौरतलब हो कि रविवार को यानी रक्षाबंधन के अवसर पर मृतक भुंअर अपनी तीनों छोटी बहन सुलोचना, रिद्धि एवं सिद्धि से राखी बंधवा रहा था। वह सांप के पूंछ को पकड़े हुए था। तभी हाथ से लटके सांप ने पैर में डस लिया। कुछ देर बाद वह अचेत होकर गिर पड़ा। जिसके बाद मौके पर मौजूद लोग सदर अस्पताल छपरा लेकर पहुंचे लेकिन भुंअर को चिकित्सकों को जांचोपरांत मृत घोषित कर दिया। मालूम हो कि जिस सांप ने डंस कर भुंअर को मौत के नींद सुला दिया। उसे एक दिन पहले ही जैतपुर गांव के अस्सी बिगहा टोला निवासी अरुण राय के किचन से पकड़ा था।
मृतक के घर वालों ने बताया कि उसे बचपन से ही सांपों से खेलने का शौक था। वह किसी भी विषैले सर्प को बिना डरे पकड़ लेता था। मगर उसे मारता नहीं था। कुछ दिनों तक अपने पास रखने के बाद जंगल में सुरक्षित छोड़ देता था। वह अभी तक हजारों की संख्या में सांपों को पकड़ चुका था। जब भी आस-पास के गांवों में किसी के घर में सांप निकलते थे। लोग भुंअर को बुला कर ले जाते थे। मगर क्या पता था कि जिन सांपों को वह अपना दोस्त समझता था। वही एक दिन घात कर देगा। बता दें कि मनमोहन उर्फ भुंअर पेशे से एक किसान था। तीन भाइयों में वह मंझला था। परिवार की सबसे बड़ी जिम्मेवारी भुंअर पर ही थी। उसकी नवम्बर में शादी तय हुई थी। अंत में यही कहा जा सकता है, सच कहा गया है कि सांप को कभी दूध नहीं पिलाना चाहिए। वह डसना नहीं छोड़ता।