Published on August 13, 2021 7:45 pm by MaiBihar Media
गया, बिहार
बोधगया के बालिका गृह में यौनशोषण मामला सामने आया है। अब यह मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। पीड़िता के हर पहलुओं की जांच जांच टीम कर रही है। दिल्ली और पटना से जांच टीम बालिका गृह पहुंची है। वहीं, बालिका सुधार गृह में यौन शोषण को लेकर पहले ही जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने जांच टीम गठित कर रखी है। जांच टीम अपने स्तर से इसकी जांच कर रही है।
दरअसल, नवादा सिविल कोर्ट के आदेश पर किशोरी को बोधगाया के सक्सेना मोड़ स्थित बालिका गृह में रखा गया था, जहां किशोरी का यौन शोषण हुआ है। बोधगया के बालिका गृह में यौनशोषण का सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब बालिका ने वही के कर्मचारियों पर कई आरोप लगाए। व्यहार न्यायालय नवादा के एसीजेएम टू की अदालत में किशोरी ने शपथ पत्र देकर अपने साथ हुई दरिंदगी का खुलासा किया है। वह 13 जुलाई से 10 अगस्त तक बालिका गृह में रह रही थी। इस दौरान बालिका गृह के मेंटल रूम में रात के समय उसका यौन-शोषण किया जाता रहा। पीड़िता ने बालिका गृह की मैडम और कर्मियों पर भी आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने बताया है कि उसे प्रतिदिन रात में भोजन के बाद नशीला पदार्थ दिया जाता था, जिससे वह बेहोश हो जाती थी। सुबह होश में आने पर उसके शरीर में दर्द रहता था और कपड़े भी अस्त-व्यस्त होते थे।
वहीं, आज इस बाबत डीएम अभिषेक सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इस मामले को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह गंभीर है। डीएम ने कहा कि बोधगया बालिका गृह में शोषण की जांच करने के लिए राज्य और केंद्र महिला मोमिन कमीशन के सदस्य भी नवादा होते हुए गया पहुंचेंगे। पहले नवादा में पीड़ित से कमीशन के सदस्य बातचीत करेंगे। वहां से लौटकर गया आएंगे और गया में बोधगया बालिका सुधार गृह जाएंगे, जहां बालिका एवं संबंधित कर्मचारियों से बातचीत करेंगे।
डीएम ने कहा कि पीड़ित के द्वारा जो भी आरोप लगाया गया है। उन सभी बिंदुओं पर जांच करने के उपरांत उन्हें न्याय दिलाई जाएगी। फिलहाल पूरे मामले को लेकर बाल संरक्षण इकाई और पुलिस पदाधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं । उन्होंने आश्वस्त किया जांच रिपोर्ट आने के बाद पीड़िता को न्याय मिलेगा। अगर इस मामले में कोई भी दोषी होंगे। वैसे कर्मी एवं पदाधिकारियों पर कार्यवाही निश्चित तौर पर होगी।