Published on September 9, 2022 3:04 pm by MaiBihar Media
मंगलवार की देर रात लगभग 2 बजे के आसपास ग्यासपुर में पुलिस की टीम गश्ती पर निकली थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्यासपुर गांव में पशु तस्करी की जा रही है। पुलिस की टीम गांव में जैसे ही पहुंची आठ दस लोगों को एक साथ देखा। पुलिस को देखकर सभी भागने लगे जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया। पीछा करने के दौरान बदमाशों ने पुलिसकर्मियों पर फायर झोंक दिया दिया जिसमें एक पुलिसकर्मी वाल्मिकी यादव की मौके पर ही मौत हो गई। आपकों बता दें कि जवान को दो गोली लगी थी। वहीं इस दौरान एक व्यक्ति भी गोली लगने से जख्मी हो गया था।
घटना की सारण डीआईजी ने की जांच
इसी मामले में डीआईजी सारण पी कानन ने जांच की। उनके साथ एसपी शैलेश कुमार सिन्हा भी घटनास्थल पर पहुंचे। डीआईजी ने इस घटना को लेकर कहा कि हमलावर किसी भी हालत में बख्शे नहीं जाएंगे। उनकी हर हाल में गिरफ्तारी होगी व स्पीडी ट्रायल करा सजा दिलाई जाएगी। वहीं मौके पर मौजूद अन्य पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया।
आठ के खिलाफ मुकदमा हुआ दर्ज, छापेमारी जारी
एक जवान की मौत और पुलिस टीम पर हुए हमले में कुख्यात रईस खान समेत आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। प्राथमिकी में यह कहा गया है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्यासपुर गांव में पशुओं की तस्करी की जा रही है। जिसके बाद पुलिस की टीम वहां पहुंची जिसे देखकर अपराधी भागने लगे। खदेड़ने के क्रम में अपराधियों ने पुलिस बल पर हमला कर दिया। इसमें पुलिस के जवान वाल्मीकि यादव शहीद हो गये।
इन पर दर्ज हुआ है मुकदमा
कुख्यात रईस खान, भांजा आफताब, वीरेंद्र राम और अभय यादव समेत चार-पांच अज्ञात को नामजद किया गया है। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस के वरीय अधिकारियों ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।