Published on August 25, 2022 12:48 pm by MaiBihar Media
बुधवार को मुजफ्फरपुर कोर्ट में गया के विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदू के प्रवेश को लेकर एक परिवाद दायर किया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व मंत्री इसराइल मंसूरी समेत 7 लोगों के नाम शामिल है। इस परिवार में आरोप यह लगाया है कि विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में गैर हिंदू मंत्री को जानबूझकर प्रवेश कराया गया। यह सब जानबूझ कराया गया है। इससे हिंदुओं की भावनाओं को काफी ठेस पहुंची है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनका पूरा काफिला गया था। वहां के प्रबंधन को दबाव में रखा गया और षडयंत्रपूर्वक एक गैर हिंदू मंत्री को मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया। साथ ही मंदिर को अपवित्र करने के साथ-साथ देवी-देवताओं को अपमानित किया गया है। अपकों बता दें कि यह परिवाद आचार्य चन्द्र किशोर पराशर की तरफ से दायर कराया गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
गया जिले में में 9 सितंबर से पितृपक्ष मेला का आयोजन किया जा जना है। इसी आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री सोमवार को तैयारियां का जयजा लेने के लिए पहुंचे थे। मुख्यमंत्री के साथ इनके काफिले में कई मंत्री, विधायक, कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद थे। जायजा लेने के दौरान सीएम विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना भी की। इस दौरान उनके साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सह गया जिला के प्रभारी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह में मौजूद थे। गयाजी के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर मुख्य द्वार पर ‘अहिंदू प्रवेश वर्जित’ लिखा हुआ है। इसके बावजूद मंत्री अंदर चले गए। जिस पर अब बवाल शुरू हो गया है।