Published on July 26, 2022 12:41 pm by MaiBihar Media
राजद अध्यक्ष जगदानंद ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के नहीं जाने पर कहा कि संविधान में कहीं नहीं लिखा कि राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री का जाना अनिवार्य है। लेकिन मुझे लगता है कि उनके नहीं जाने के पीछे राज्य के 12 करोड़ जनता की उनकी चिंता होगी। जगदानंद सिंह ने कहा कि हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जगाने में लगे हुए हैं। जग गये तो उनके साथ हमारी सहानुभूति होगी और नहीं जगेंगे तो उनकी कर्तव्यहीनता होगी। वैसे भी भाजपा-जदयू की बेमेल शादी है यानी कपारे पर सिंदूर। हालांकि नीतीश कुमार क्यों नहीं गये, इस संबंध में वो खुद बता सकते हैं।
अपनी उम्र पर सवाल उठाने वालों को कहा- 80 साल के वीर कुंवर सिंह ने आजादी की पहली लडाई की अगुवाई की थी, उसी शाहाबाद का जगदानंद 80 साल में भी उन्माद रुपी जंग के मैदान में लड़ने को खड़ा है। वैसे भी मनुष्य के भीतर इच्छाएं, जब तक जिन्दा है तक तक उम्र बाधा नहीं बनती है। भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल अभी नौसिखिया हैं। जितनी उनकी राजनितिक जीवन हुई है, उतनी हमारी समाजवादी अवधि है। हम 1974 या 90 की उपज नहीं, लोहिया के समाजवाद की उपज हैं इसलिए हमें समझने में वो बेवकूफी कर रहे हैं।
जगदानंद सिंह ने फुलवारी शरीफ मॉड्यूल पर फिर कहा कि बिहार आतंकी राज्य नहीं है। आतंकी राज्य कहने वालों को शर्म आनी चाहिए। आखिर अपराधी कहां नहीं है। अपराध खत्म हो जायेगा तो फिर प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री की क्या ज़रुरत पड़ेगी। बिहार साधना स्थली है, हिंसक राज्य कभी नहीं रहा।