Published on July 25, 2022 12:56 pm by MaiBihar Media
एनसीईआरटी की ओर से तैयार हुए चहक मॉड्यूल की मदद से अब सरकारी स्कूलों में अब नामांकन कराने के बाद बच्चों की उपस्थिति कम नहीं होगी। कक्षाओं को आनंदपूर्ण और आकर्षक बनाया जाएगा। इसके लिए विशेष पहल की गई है। आपको बता दें कि इस ‘चहक’ मॉड्यूल को पहली कक्षा की जरूरत के हिसाब से तैयार किया गया है। नामांकन के शुरुआती तीन महीने में स्कूली बच्चों का पठन – पाठन पूरी तत्परता के साथ शिक्षकों को कराना होगा। बच्चों में बुनियादी साक्षरता और अक्षर ज्ञान की समझ को बेहतर बनाया जाएगा। पूरी कोशिश व लक्ष्य मानकर काम करना होगा की हर बच्चा तीसरी कक्षा के अंत तक आधारभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान की दक्षता हासिल कर ले।
4 श्रेणी में बांटी गई हैं 140 गतिविधियां
आपकों बता दें कि चहक मॉड्यूल में शामिल गतिविधियां सप्ताह में 4 दिन होंगी। इसमें 140 गतिविधियों को 4 श्रेणी में बांटा गया है। 5वें दिन शुक्रवार को शिक्षकों की ओर से किसी भी छूटी हुई गतिविधियां का आयोजन होगा। शनिवार के दिन को बच्चों के मन से का नाम दिया गया है। इस दिन छात्र-छात्राओं के अनुसार किसी भी गतिविधि का आयोजन किया जा सकता है। तीन महीने बाद पूरा मॉड्यूल पूरा होने पर चहकोत्सव का आयोजन करना है।
जानकारो ने कहा- बच्चों को लिए होगा बेहतर
जानकारों की माने तो यह पहल स्कूली बच्चों की बेहतरी के लिए काफी मददगार साबित होगी। जो बच्चे स्कूल में रहना नहीं चाहते उन्हें इस पहल से बेहतर शैक्षणिक माहौल मिलेगा। सभी बच्चे स्कूल आएंगे। इससे बच्चों के बीच किताबी ज्ञान के साथ साथ बौद्धिक ज्ञान का भी विकास होगा। यह पहल काफी सराहनीय है और बेहतर साबित होगी। वहीं जानकारों ने कहा कि इसके लिए शिक्षकों को जागरूक होना पड़ेगा। बच्चों के प्रति समर्पित होना पड़ेगा तभी इसका असर देखने को मिलेगा।