Published on July 23, 2022 1:14 pm by MaiBihar Media
किसान अगर आधुनिक तकनीक से खेती करे तो करीब डेढ़ गुणा उपज अधिक होगी। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो सकेगा। किसानों को जानकारी देते हुए कृषी वैज्ञानिकों ने कहा कि धान की रोपनी अधिकतम महज दो सेमी की गहराई में ही करें और अधिकतम दो पौधे का ही रोपनी करें। इस तरह से खेती करने पर पारंपरीक तरीके से खेती की तूलना में फसल काफी अच्छी होती है तथा करीब डेढ़ गुण अधिक उपज होती है। अपनी फसल से बेहतर उपज के लिए किसानों को ज्यादा मेहनत व खर्च करने कि जरूरत नहीं है। फसल बुआई के समय ही थोड़ा ध्यान देना चाहिए ताकि अच्छा मुनाफा हो सके। फिलहाल खरीफ फसल की बुआयी जोरदार तरीके से चल रही है । कृषि विशेषज्ञों की माने तो अगर किसान धान की रोपनी के समय खेतों में मात्र दो सेमी ही पानी रखें। जिससे खेतों मे कहीं पानी लगा हो व कहीं पानी नहीं लगा हो प्रतित हो उस समय ही धान की रोपनी करें ताकि फसल को अपनी पैदावार देने में सहूलियत मिल सके।
नई तकनिक का भी करें इस्तेमाल
जानकारी देते हुए वैज्ञानिकों ने कहा कि विभाग द्वारा हरेक साल कृषि मेला का आयोजन किया जाता है। जिससे बाहर से नई-नई तकनिक की जानकारी दी जाती है। कई तहर की मशीन को भी मेले में लाकर विभाग रखता है ताकि किसान इसका फायदा उठा सके। इन मशीनों की खरीदारी पर भी सरकार की तरफ से सब्सिडी दी जाती है ताकि किसाना इसका लाभ उठा सके। वहीं मेले में लगे स्टॉल पर भी विभाग के कर्मियों के द्वारा जानकारी दी जाती है। अगर किसी भी किसान को कोई जानकारी लेनी हो तो वो ले सकता है।