Published on July 23, 2022 11:59 am by MaiBihar Media
बिहार में पूर्ण शराबबंदी है लेकिन नेता से लेकर मंत्री इस बंदी को लेकर आए दिन कुछ न कुछ टिम्पणी करते ही रहते हैं। एक बार फिर से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने लोगों को रात दस बजे के बाद पीने की सलाह दे डाली है। जिसकी चर्चा पूरे जोर-शोर से होने के साथ ही सरकार के साथ सत्ता में कायम हम पार्टी विपक्षी दलों के निशाने पर है।
गौरतलब हो कि शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी कैमूर पहुंचे जहां उन्होंने बिहार की शराब नीति पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “दवा के रूप में थोड़ी-थोड़ी शराब लेना गलत नहीं है। मैंने अखबार में विशेषज्ञों की राय पढ़ी थी, जिसमें लिखा था कि व्यसन के रूप में शराब का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।जबकि दो पैग शराब पीना दवा की तरह काम करती है। रात 10:00 बजे के बाद दो पैग शराब पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।”आगे उन्होंने कहा, “गरीब गुरबों को बड़े लोगों की नकल करनी चाहिए। जिस तरह अमीर लोग रात के 11-12 बजे के बाद शराब पीकर सो जाते हैं ठीक उसी तरह गरीब लोगों को भी करना चाहिए।”
इतना ही नहीं आगे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने सरकार के सख्त शराब नीति का पुरजोर तरीके से विरोध किया। जिसका नतीजा रहा कि सरकार ने शराबबंदी कानून में तीन मर्तबा संशोधन किया। सख्त कानून के बारे में मुझे पुख्ता प्रमाण तब मिला जब एक मजदूर शराब पीकर सड़क के किनारे बैठा था, तभी पुलिस ब्रेथ एनालाइजर मशीन से उसकी जांच की उसे जेल भेज दी। अब उसे 7 साल की सजा हुई है।” शराब नीति संशोधन के सवाल पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि हम लोगों की मांग पर तीन संशोधन हुए हैं। जरूरत पड़ी तो शराब नीति में पुनः संशोधन कराया जाएगा।