Published on July 23, 2022 12:24 pm by MaiBihar Media
छपरा जिले के एकमा नगर पंचायत क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार ने बेटी के जन्म लेने पर पालकी की और परिवार में नव आगंतुक बिटिया को पालकी से घर ले आए। एकमा नगर पंचायत क्षेत्र के शिवजी प्रसाद के पुत्र धीरज गुप्ता की पत्नी ने यहां के एक निजी अस्पताल में बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म लेने पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। परिजन उसे पालकी पर गाजे-बाजे के साथ घर ले आए। बताया जा रहा है कि 45 साल बाद एक नन्हीं परी के जन्म लेने पर घर वाले झूमने लगे।
आपकों बता दें कि इस परिवार ने समाज बेटियों को बोझ समझने वालों के लिए संदेश दिया है कि बेटियां किसी मायने में बेटो से कम नहीं हैं। घर में आई नन्हीं परी को डोली में बिठाकर अस्पताल से घर तक गाजे बाजे के साथ खुशी मनाते हुई हर्षोल्लास के साथ अपने घर तक लाते देख हर कोई इस दृश्य को निहारते रह गए।
श्रावणी रखा गया बच्ची का नाम
नवजात की बिटिया के पिता धीरज गुप्ता के बड़े भाई शिक्षक बबलू कुमार गुप्ता ने बताया कि हमारे सभी चार भाईयो में किसी को पुत्री नहीं हुई थी। परिवार में इस लक्ष्मी स्वरुपा बेटी का जन्म सावन के प्रथम दिन अस्पताल में हुआ है। इसलिए हमलोगों ने इसका नाम श्रावणी रखा है। पुत्री के लिए हर कोई तरस रहा था।