Published on July 8, 2022 12:57 pm by MaiBihar Media
वर्ष 2022 के ग्रीष्मकालीन शादी का आज अंतिम लग्न है। जिन लोगों को शादी विवाह का कार्यक्रम करना था वो आज के बाद ब्रेक लग जाएगा। शुक्रवार को अंतिम दिन होने से चारों तरफ गांव-गांव में शादी की शहनाई सुनने को मिलेगी। इस दिन भड़ली नवमी पर 8 जुलाई को विवाह का आखिरी मुहूर्त है। अब यह शुभ कार्य अगले 140 दिन बाद फिर से शुरू होंगे । अब विवाह की शहनाई गोवर्धन पूजा के बाद देव उठनी एकादशी के बाद फिर से गूंजेगी।
जानकारों के अनुसार इस दिन पूरे जिले में शहर और आसपास के क्षेत्रों में 200 से अधिक जोड़े विवाह बंधन में बंधेंगे। इसके बाद विवाह नवंबर माह में देवउठनी एकादशी के बाद 26 नवंबर से शुरू होंगे। यानि अब अगले विवाह मुहूर्त शुरू होने के लिए 140 दिन इंतजार करना होगा।
जानकारों के अनुसार देवशयनी एकादशी 10 जुलाई को है, जबकि देवउठनी एकादशी 4 नवंबर को होगी। देवउठनी एकादशी पर इस बार शुक्र ग्रह अस्त रहने से विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा, परंतु यह दिवस अबूझ मुहूर्त का होने की वजह से आवश्यक होने पर विवाह किए जा सकेंगे। शुक्र ग्रह के उदित होने के बाद 26 नवंबर से मुहूर्त शुरू होंगे। ये मुहूर्त 26 से 28 नवंबर और 1 से 4, 7 से 9 और 13 से 15 दिसंबर को यानि दो माह में कुल 13 दिन विवाह की शहनाई बजेंगी।