Published on June 2, 2022 12:11 pm by MaiBihar Media

बुधवार को सभी पार्टियों के नेताओं ने सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में एकसाथ बैठकर बिहार में जातिय जनगणना पर अपसी सहमति बनाई। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सर्वसम्मति से यह निर्णय हो गया कि बिहार में जाति आधारित गणना होगी। हर लोगों के बारे में पूरी जानकारी ली जाएगी और इसके लिए बड़े पैमाने पर और तेजी से काम किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से जो भी मदद होगी, दी जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव जल्द कैबिनेट में लाया जाएगा, इसकी मंजूरी होगी। जातियों की गणना का काम एक समय सीमा में पूरा होगा। पूरी कोशिश होगी कि यह जल्द से जल्द हो। सभी धर्म व जाति के लोगों की गणना होगा। उनके सामाजिक-आर्थिक तथा अन्य पहलुओं का भी आकलन होगा। मुख्यमंत्री के अनुसार, इसका नाम ‘जाति आधारित गणना’ होगा। यह काम सामान्य प्रशासन विभाग करेगा। इस काम में लगे लोगों की ट्रेनिंग होगी। कैबिनेट का प्रस्ताव तथा एक-एक सार्वजनिक होगा, होता रहेगा, ताकि किसी को कोई आपत्ति न रहे।

यह काम लोगों के फायदे के लिए हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका मकसद लोगों को आगे बढ़ाना है। यह काम लोगों के फायदे के लिए हो रहा है। हमलोगों की स्कीम यही है कि सबका ठीक ढंग से विकास हो सके। जो पीछे है, उपेक्षित है, उसकी उपेक्षा न हो। सब आगे बढ़ें।

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उपजातियों की भी गिनती होगी
मुख्यमंत्री ने कहा-अलग-अलग जाति में अनेक उपजातियां हैं। जाति और उपजाति, सभी की गणना होगी। देखिएगा, बिहार में यह कितने अच्छे ढंग से यह होगा।

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