Published on May 25, 2022 2:09 pm by MaiBihar Media

बिहार में जातीय जनगणना को लेकर इस महीने विपक्ष ने आंदोलन करने की घोषणा कर दी थी। फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनसे मिलने आये नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को आश्वस्त किया था कि शीघ्र ही वो इस मुद्दे पर निर्णय ले लेंगे। इसी मुद्दे को लेकर सर्वदलीय बैठक 1 जून को होगी। इस मुद्दे पर बैठक की तिथि की घोषणा संसदीय कार्य और शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को कर दी।

सीएम व सभी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्र से किया था अनुरोध
आपकों बता दें कि केन्द्र सरकार ने आम जनगणना के साथ जातीय जनगणना कराने के मसले पर देरी हो जाने के कारण असमर्थता जाहिर कर दी गई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य के सभी दलों का प्रतिनिधिमंडल मिला था और जातीय जनगणना कराने का अनुरोध किया था।

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विचार विमर्श के बाद लिया गया निर्णय
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि केन्द्र द्वारा असमर्थता जताने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की थी कि राज्य के सभी दल सहमत होंगे तो राज्य सरकार अपने स्तर से जातीय जनगणना करा सकती है। उसके बाद मुख्यमंत्री ने सभी दलों के नेताओं से विचार विमर्श किया और निर्णय किया गया कि संवाद कक्ष में 1 जून को शाम में जातीय जनगणना कराने के मसले पर सर्वदलीय बैठक होगी।


प्रस्ताव राज्य विधानसभा में दो-दो बार पारित हो चुका है
जाति आधारित जनगणना कराने की अनुशंसा केन्द्र सरकार को भेजने का प्रस्ताव राज्य विधानसभा में दो-दो बार पारित हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 24 घंटे पहले ही कहा था वो शुरू से ही जातीय जनगणना कराना चाहते हैं। बिहार विधानसभा ने इसको लेकर दो-दो बार प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। शीघ्र ही इस सभी पार्टियों की बैठक करके और निर्णय लेकर कैबिनेट के माध्यम से इसको मंजूरी दी जाएगी और इस पर काम शुरू किया जायेगा।

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