Published on April 17, 2022 9:12 am by MaiBihar Media
गया जिले के इमामगंज प्रखंड में एक शादी की चर्चा लोगों के बिच चर्चा का विषय बना हुआ है। इस शादी में सनातन परंपरा से अलग दिवंगत विधायक जगलाल महतो के पौत्र का वर स्वागत और पौत्री के विवाह की रस्म अदा की गई। इस शादी के दौरान मंत्रोच्चारण के बदले संविधान को साक्षी मान दूल्हा-दुल्हन एक दूजे के हुए। आपको बता दें कि यह शादी बौद्ध परंपरा से कराई गई। शादी का आयोजन दिवंगत विधायक के घर किया गया था। जहां उनके पौत्र अनुज कुमार का “वर स्वागत” और पौत्री मिक्की मुस्कान की शादी हुई।
वर-वधू को दी गई एक-एक कॉपी
आम तौर पर हिंदू जोड़ों की शादी पंडित द्वारा संपन्न कराई जाती है, लेकिन इस शादी में ऐसा कुछ नहीं हुआ। ना पंडित बैठे ना मंत्रोचार हुआ। बल्कि संविधान को साक्षी मानकर इस शादी को संपन्न कराया गया। संविधान की एक-एक कॉपी दूल्हा और दुल्हन के हाथों में दी गई। मंत्र जाप के बदले जोड़ों द्वारा संविधान की शपथ दिलाते हुए रस्में पूरी की गई।
परिवार की जिम्मेवारी की प्रतीज्ञा करायी, दिया अशोक स्तंभ
इस अनोखे विवाह में लड़की के पिता राजेन्द्र प्रसाद ने वर दीपक वर्मा को संविधान पुस्तक के साथ अशोक स्तंभ देकर अपनी बेटी को सौंपा, तो दूसरी तरफ लड़के के पिता सुदामा सिंह ने लड़की को त्रिपिटक, संविधान, अशोक स्तंभ आदि देकर अपने परिवार की जिम्मेवारी की प्रतीज्ञा करायी। इस विवाह को देखने के लिए करीब चार से पांच हजार लोग शामिल हुए। अपकों बता दें कि इस शादी पूरे इलाके में जमकर चर्चा हो रही है।