Published on April 12, 2022 12:25 pm by MaiBihar Media
बक्सर जिले के चौसा से 12 साल पहले घर से गायब जिस बेटे का अंतिम संस्कार कर परिजन भूल गए थे वह जिंदा है और पाकिस्तान की जेल में है। जब इसकी जानकारी मां के साथ परिजनों को मिली खुशी का ठिकाना न रहा। परिजनों को यह सूचना मिली है कि विदेश मंत्रालय की पहल पर पाकिस्तान ने बेटे को अटारी बार्डर पर तैनात बीएसएफ को सौंप दिया है। छवि अभी पंजाब के गुरदासपुर जिला प्रशासन के पास है। बहुत जल्द कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह अपने परिजनों के बीच होगा। उसकी पाकिस्तान की जेल से वतन वापसी के बाद लेने के लिए बक्सर अधिकारी रवाना हो चुके हैं। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खिलाफ़तपुर गांव का छवि मुसहर दिमागी हालत ठीक नहीं होने के कारण लगभग 12 वर्ष पूर्व अपने गांव से भाग पंजाब और फिर पंजाब से भटकते हुए पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गया था।
2021 में शिनाख्त के लिए आई थी चिट्ठी
शिनाख्त के लिए 16 दिसम्बर 2021 को विदेश मंत्रालय से चिट्ठी पहुंची थी। जिसे परिजनों ने तुरन्त शिनाख्त कर लिया गया। अब चार महीने बाद पाकिस्तान द्वारा छवि मुशहर को सुरक्षित भारत को सौंप दिया गया है। जिसकी जानकारी देते हुए बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि बीते 5 अप्रैल को पाकिस्तान सरकार ने उसे अटारी बॉर्डर के रास्ते बीएसएफ को सुपुर्द किया गया था। जिसके बाद बीएसएफ ने उसे गुरदासपुर जिला प्रशासन के हवाले कर दिया।
गांव में उत्सव जैसा माहौल
बता दे कि ख़िलाफ़तपुर गांव वालों को यह सूचना जब से मिली है कि छवि की पाकिस्तान से वतन वापसी हो गई है। तब से बस्ती में उत्सव जैसा माहौल है। मां वृति देवी के चेहरे पर एक बार फिर बेटे की आने की खुशी के मुस्कान लहराने लगी है ।