Published on April 10, 2022 9:00 am by MaiBihar Media

सासाराम के नासरीगंज क्षेत्र में अमियावर गांव के समीप नहर पर 1971 में बने लोहा पुल की दिन दहाड़े चोरी किए जाने के मामले का रोहतास एसपी आशीष भारती ने शनिवार को स्वयं स्थल निरीक्षण किया। उसके बाद बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद विभाग के अधिकारियों के तरफ से दर्ज कराई गई प्राथमिकी को देखते हुए एक एसआईटी गठित कर दी गई है। यह एसआईटी बिक्रमगंज एसडीपीओ शशिभूषण के नेतृत्व में काम करेगी।
जल्द ही मामले का होगा खुलासा
जल्द ही मामले की जांच कर इससे जुड़े गिरोह का पर्दाफाश होगा। फिर आरोपियों की गिरफ्तारी भी होगी। एसपी ने इस मामले में विभाग के कुछ कर्मियों की संलिप्तता की आशंका व्यक्त की है। ग्रामीणों से पूछ ताछ के दौरान इस तरह के तथ्य उभरकर सामने आए हैं। जिसे देखते हुए जांच की दिशा उस तरफ भी ले जाई गई है जिधर कर्मचारियों की संलिप्तता की आशंका है।


काफी देर बाद मिला था आवेदन
रोहतास एसपी ने बताया कि पुल के चोरी होने के काफी देर बाद विभाग के तरफ से एफआईआर दर्ज करने का आवेदन मिला था। दूसरी तरफ विभाग के तरफ से यह भी कहा जा रहा था कि ग्रामीणों ने स्वयं आवेदन देकर इस पुल को हटाने की बात कहा था। ऐसे हालातों में विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता।
ग्रामीणों ने कुछ जालसाजों की पहचना की
जब ग्रामीणों ने पुल हटाने के दौरान पूछा था तो वहां काम कर रहे लोग खुद को सिंचाई विभाग के कर्मी बताए थे। ग्रामीणों ने कुछ की पहचान भी की है। जानकारी हो कि मंगलवार को अमियावर गांव से पश्चिम आरा मुख्य नहर पर 1971 में बने लोहा पुल की दिन दहाड़े चोरी कर ली गई थी। जिसके निर्माण में 20 टन से ज्यादा लोहा लगा हुआ था। दिन दहाड़े की इस चोरी में जेसीबी, पोकलेन और पिकअप वैन का उपयोग हुआ था।

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