Published on March 30, 2022 9:47 am by MaiBihar Media
बिहार का ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर को अब केंद्र सरकार की ‘प्रसाद योजना’ से जुड़ जाएगा। केंद्र सरकार ने सांसद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन की मांग पर पहल शुरू कर दी है। सांसद ने सोमवार को लोकसभा में थावे मंदिर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार के गोपालगंज में थावे शक्ति पीठ का ऐतिहासिक महत्व है। बिहार ही नहीं देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सांसद की मांग पर केंद्रीय पर्यटक मंत्री ने कहा कि थावे धार्मिक पीठ को पर्यटक विभाग की प्रसाद योजना से जोड़ा जाएगा। थावे शक्तिपीठ न सिर्फ बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में प्रसिद्ध है।
लाखों भक्त आते हैं दर्शन के लिए
चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रसाद योजना की शुरुआत की है, जिसमें राज्यों को टूरिज्म का बढ़ावा मिलेगा। वहीं इस कवायद को लेकर लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार की यह पहल काफी सराहनीय है। थावे भवानी के भक्तों को केंद्र सरकार से काफी उम्मीदें हैं। क्योंकि पर्यटक योजना से जुड़ने पर देशभर से पर्यटक आयेंगे और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है।
जानिए क्या है प्रसाद योजना
भारत सरकार ने पर्यटन मंत्रालय के तहत वर्ष 2014-2015 में पीआरएसएसबी (प्रसाद) योजना शुरू की थी। प्रसाद योजना का पूर्ण रूप तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्धन अभियान है। यह योजना धार्मिक पर्यटन अनुभव को समृद्ध करने के लिए पूरे भारत में तीर्थ स्थलों को विकसित करने और पहचान करने पर केंद्रित है। इसी योजना के तहत थावे शक्ति पीठ को जोड़ने की मांग की गयी हैं।