Published on March 25, 2022 9:03 am by MaiBihar Media

कोरना संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार हर पहल कर रही है। लोगों को कोरोना का टीका देकर संक्रमण से बचाव किया जा सके इसके लिए पहल की जा रही है। वहीं अब वयस्कों के बाद बच्चों के तेज वैक्सीनेशन के लिए तैयारी शुरू हो गई है। बायोलॉजिकल ई. और सीरम इंस्टीट्यूट ने भारतीय दवा नियंत्रक से 5 से 12 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन देने की मंजूरी मांगी है। फिलहाल देश में 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला की वैक्सीन दी जा रही है। सेंट्रल ड्रग्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) की अगले सप्ताह बैठक हो सकती है। इसमें इन कंपनियों की वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की सिफारिश की जा सकती है। कंपनियों ने सीडीएससीओ को दूसरे-तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल का डेटा सौंप दिया है।
कोवोवैक्स- सीरम : 7 से 12 वर्ष के बच्चों को देने की मंजूरी मांगी। कंपनी का दावा- दोनों डोज लेने पर 95 प्रतिशत तक प्रभावी है। पहली डोज के 22वें दिन दूसरी लगनी है। 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों पर इस्तेमाल की इजाजत मिल चुकी है।
कोर्बेवैक्स: बायोलॉजिकल ई: 5 से 12 वर्ष के बच्चों पर आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी। इसे भी 12 वर्ष से अधिक के बच्चों पर इस्तेमाल की इजाजत मिल चुकी है। दूसरी डोज 28वें दिन लगेगी। कंपनी का दावा-90 फीसदी तक प्रभावी है।
जेनोवा बायो फार्मास्यूटिकल्स : 18 से 80 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीन की इजाजत मांगी है। दो डोज हैं। दूसरी डोज 28वें दिन लगेगी। एमआरएनए आधारित वैक्सीन भारत की कंपनी ने बनाई है। 4400 लोगों पर क्लीनिकल ट्रायल हुआ है।

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