Published on March 25, 2022 10:52 am by MaiBihar Media

तीन बच्चों और पति को छोड़कर फरार हुई सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड के खाप खोपराहा पंचायत की मुखिया रेखा देवी ने कोर्ट में समर्पण कर दिया। मुखिया ने बताया कि उसका शिक्षक पति शराबी है। वह अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। बीते 8 मार्च को भी पति ने शराब के नशे में उसके साथ मारपीट की थी। इसका विरोध करने पर पति ने उसे हत्या करने की धमकी दी थी। इसके डर से वो अपनी बहन के घर नेपाल चली गई थी। मुखिया रेखा देवी ने बताया कि उसका संजय कापर के साथ किसी तरह का संबंध नहीं था। उसके पति के मित्र होने के कारण उसका परिवार से संबंध जुड़ा था। वहीं पति द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के बारे में महिला ने बताया कि प्राथमिकी झूठी थी मनगढ़ंत प्राथमिकी दर्ज कराई है। इधर, आरोपी संजय कापर ने भी गुरुवार को अलग से कोर्ट में समर्पण किया है। संजय ने बताया कि उसका मुखिया के साथ किसी तरह का संबंध नहीं है। वो अक्सर पंचायत की समस्या को उठाया करता था। वहीं मित्र की पत्नी होने के कारण रेखा देवी की चुनाव में मदद की थी। वहीं जब मुखिया गायब हो गई, तो विरोधियों ने साजिश के तहत उनकी छवि को धूमिल करने व फंसाने के उद्देश्य से इस तरह का मनगढ़ंत आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ केस किया था।
जानिए क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मुखिया के शिक्षक पति अयोधी पासवान ने अपनी पत्नी के लापता होने के छह दिन बाद 15 मार्च को थाने में दर्ज कराई गई थी। इसमें पति ने गांव के ही संजय कापर को मुख्य आरोपी बनाते हुए उसके पिता राम प्रगास कापर और भाई विजय कापर को आरोपित बनाया था। आरोप लगाया था कि बीते 9 मार्च की सुबह रेखा टहलने के लिए घर से निकली थी। इसके बहुत देर बाद भी वापस नहीं आने पर उसके नंबर पर कॉल किया तो उसका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ था। दिन भर खोजने के बाद कहीं भी मुखिया का पता नहीं चल पाया। पति ने संजय और उसके परिजनों पर आरोप लगाया था कि शादी की नीयत से व व्यक्तिगत छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से उसकी पत्नी रेखा को बहला फुसलाकर ले गया है। साथ अनहोनी की आशंका भी जताई थी।
खाद के व्यवसाय में बढ़ी थी नजदीकियां
संजय कापर और अयोधी पासवान ने साल 2002 में मिलकर खाद का व्यवसाय शुरू किया था। दोनों ने अपने इस धंधे से काफी कमाई भी की थी। इसी बीच रेखा देवी और संजय कापर के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी। इसके बारे में परिवार के अन्य सदस्यों को कुछ भी मालूम नहीं था। साल 2003 में रेखा के पति की शिक्षक की नौकरी लग गई। लेकिन दोनों परिवारों मे पारिवारिक संबंध बरकरार था।

पंचायत चुनाव के दौरान ही उड़ी प्रेम प्रसंग की अफवाह
मुखिया रेखा देवी ने बताया कि उसके दोनों चुनाव में पति और संजय कापर ने मेहनत की थी। इसके बाद विरोधी ने उनकी छवि को धूमिल करने को लेकर प्रेम प्रसंग की गलत अफवाह उड़ा दी थी। वहीं पति से झगड़ा के बाद जब वो अपने बहन के घर नेपाल चली गई। तो शराबी पति को दिग्भ्रमित कर उससे संजय कपार के साथ प्रेम प्रसंग में भागने की गलत प्राथमिकी थाने में दर्ज करवाई गई।
मुखिया का 21 साल का है बड़ा बेटा
मुखिया पति आयोधी पासवान ने बताया कि मुखिया रेखा देवी तीन बच्चों की मां है। बड़ा पुत्र 21 वर्ष का है, जो पटना मे रह कर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करता है। वहीं दूसरा पुत्र वर्ष 2022 में माध्यमिक की परीक्षा दिया है। वहीं पुत्री वर्ग नवम् की छात्रा है। जिसे नामित लोगों ने शादी की नियत से अपहरण कर लिया है। जिससे राजनीतिक छवि धूमिल हो सके। मुखिया पति ने बताया कि पंचायत चुनाव जीतने के बाद मुखिया के चाल-ढाल में परिवर्तन आ गया था। वहीं दबी जुबान से स्थानीय लोगों ने प्रेम प्रसंग का मामला बताया है।

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