Published on March 24, 2022 10:39 am by MaiBihar Media
हैदराबाद में कबाड़ गोदान में बुधवार तड़के लगी आग में बिहार के 11 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। एक अन्य मजदूर किसी तरह जान बचाने में सफल रहा। सभी छपरा जिला के रहने वाले ये मजदूर गोदाम में काम करते थे और गोदाम के ऊपर बने कमरे में रहते थे। सभी मजदूरों की उम्र 23 से 35 साल के बीच है। जिस वक्त गोदाम में आग लगी, मजदूर इसी कमरे में सो रहे थे। वहां से बाहर निकलने के लिए घुमावदार सीढ़ी थी।
पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किया जा रहा है
अधिकारियों ने बताया कि गोदाम में रखी गई प्लास्टिक की बोतलें, फाइबर केबल आदि में आग लगने से धुआ ऊपर तक के कमरे में चला गया। इससे मजदूरों को निकलने का मौका ही नहीं मिला। वे घने धुएं और आग की लपटों में घुटकर और झुलसकर मर गए। इनके शव ढेर की शक्ल में मिले हैं। पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किया जा रहा है। एक मजदूर ने कमरे से कूदकर जान बचाई। उसका इलाज चल रहा है।
कड़ी मशक्कत से आग पर पाया गया काबू
फायर ब्रिगेड के आठ वाहन तड़के 3:55 बजे आग की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे और तीन घंटे में आग पर काबू पाया। अधिकारियों ने सर्किट के कारण आग लगने का अंदेशा जताया है। वहीं इस घटना के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। फायर ब्रिगेड अधिकारियों के अनुसार गोदाम में नियमों के मुताबिक फायर सेफ्टी व्यवस्था नहीं थी। इलाके में टिंबर डिपों बने हैं।
पीएम व सीएम ने जताया दु:ख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने घटना पर दु:ख जाहिर करते हुए मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपए और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने पांच-पांच लाख रुपए देने का एलान किया है।