Published on January 17, 2022 11:40 am by MaiBihar Media
कोरोना की तीसरी लहर से निबटने में अब पंचायत प्रतिनिधि भी सरकार का सहयोग करेंगे। कोरोना संक्रमण में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर यह कवायद की जा रही है। वहीं इलाके में कोरोना पीड़ितों का हाल-चाल जानने के साथ ही मुखिया संक्रमितों को अस्पताल तक पहुंचाने में भी सहयोग करेंगे। जिला प्रशासन के अधिकारी भी मुखिया से फोन कर कोरोना संक्रमितों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। पिछले दिनों पंचायती राज विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में इस रणनीति पर मंथन हुआ। तय हुआ कि कोरोना से निबटने में जनप्रतिनिधियों की सहायता ली जाए। चूंकि गांवों में भी कोरोना का फैलाव हो रहा है और ग्रामीणों में इसके प्रति जागरूकता का अभाव है। बीमार होने के बावजूद लोग जांच कराने या उपचार कराने में आगे नहीं आते। स्थिति बिगड़ने पर ही लोग अस्पतालों की ओर रुख करते हैं। इसे देखते हुए विभाग ने तय किया कि ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाया जाए। मुखिया और वार्ड सदस्य अपने वोटरों को रैंडम फोन कर इस संबंध में जानकारी लें। अगर कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है और उसे अस्पताल मे भर्ती कराने की जरूरत है, तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने में सरकार का सहयोग करें। मुखिया चाहें तो वे सरकार के अधिकारियों को इसकी सूचना दे सकते हैं। इलाका बड़ा होने के कारण मुखिया को कहा गया है कि वे गांव के स्तर पर कमेटी बना लें। इसमें पांच महिलाओं और 10 पुरुषों को शामिल करें ताकि घरों में रहने वाली महिलाओं को कोरोना बीमारी के संबंध में जानकारी दी जा सके। सर्दी-खांसी और बुखार होने पर लोग जांच कराएं, यह सुनिश्चित किया जाएगा। बीमार व्यक्तियों का ब्योरा पंचायत स्तर पर बनाया जाएगा। जिलाधिकारी कार्यालय से मुखिया को फोन किया जाएगा।