Published on January 8, 2022 10:07 am by MaiBihar Media

समस्तीपुर जिले में ठगी का एक नया मामला सामने आया है। रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर कार्मिक विभाग के पूर्व कार्यालय अधीक्षक व उसके एएसएम भाई ने मिलकर एक युवक से पांच लाख रुपए की ठगी कर ली। इस मामले को लेकर पीड़ित युवक ने नगर थाने में केस दर्ज कराया है। इसमें कार्यालय अधीक्षक अशोक कुमार साहु के अलावा उसके भाई एएसएम मनोज कुमार साहु व अशोक की पत्नी माधुरी साहु को नामजद किया है। उधर, थाने में प्राथमिकी दर्ज हाेने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए हैं। मामले को लेकर सीनियर डीपीओ ने बताया कि अशोक साहु को करीब डेढ़ वर्ष पूर्व अनिवार्य सेवानिवृति दी जा चुकी है। अब वह नौकरी में नहीं है।
जानिए क्या है पूरा मामला
प्राथमिकी में राजेश सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके पिता राम प्रगट सिंह फरवरी 2009 में सेवानिवृत हो गए थे। सेवानिवृति के बाद पीपीओ व अन्य विभागीय कार्य के लिए वह डीआरएम कार्यालय आता जाता रहा है। इसी दौरान कार्मिक विभाग के कार्यालय अधीक्षक अशोक साहु से मिलना जुलना होता रहता था। नौकरी दिलाने के बदले पांच लाख रुपए की मांग की। रेलवे की नौकरी के लालच में आकर उसने अप्रैल 2019 को 4.67 लाख रुपए किस्तों में दिया। इसके बाद जनवरी 2021 को डाक से मंडल के कार्मिक विभाग से मेडिकल एवं योगदान पत्र मिला। जब वह योगदान करने डीआरएम कार्यालय पहुंचा तो कार्यालय द्वारा बताया गया कि योगदान पत्र नकली है। बाद में वह मंडलीय रेलवे अस्पताल पहुंचे तो वहां भी उनके पत्र को नकली बता दिया गया। इसके बाद वह अशोक व मनोज के पास पहुंचे तो दोनों उसे धमकी देने लगा। अधिकारियों के पास शिकायत नहीं करने पर रुपए वापस कर देने का भरोसा दिया। लेकिन पैसे देने में आनाकानी करने लगा। मामले को लेकर थानाध्यक्ष अरुण कुमार राय ने बताया कि युवक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस तीनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है लेकिन पुलिस के जाने पर आरोपी घर से फरार हो गए है।

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