Published on December 19, 2021 7:30 pm by MaiBihar Media
समस्तीपुर लोको डीजल शेड के एक इंजीनियर ने रेल इंजन को बेच डाला है। हैरान करने वाली खबर तब उजागर हुई जब ऑन ड्यूटी सिपाही संगीता कुमारी की रिपोर्ट पर जांच शुरू हुई तो पूरा इंजन बेचने का खुलासा हो गया। खबर है कि कोरोड़ों का घोटाला करने के लिए इंजीनियर ने इस कार्य के लिए डीएमई का फर्जी कार्यालय आदेश दिखाया है। फिर रेलवे मंडल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़ी छोटी लाइन का पुराना वाष्प इंजन स्क्रैप माफियाओं के हाथ बेच डाला।
मिली जानकारी के मुताबिक मामला उजागर नहीं हो इसके लिए इंजीनियर ने डीजल शेड पोस्ट पर कार्यरत एक दारोगा की मिलीभगत से शेड के आवक रजिस्टर पर एक पिकअप वैन स्क्रैप के अंदर प्रवेश करने संबंधी एंट्री भी करवा दी। जिसकी जानकारी ऑ ड्यूटी तैनात संगीता को लगी और उन्होंने जांच करवाया। सिपाही संगीता की सूचना के बाद स्क्रैप की खोज शुरू हुई। एंट्री किए गए वाहन के तार पूर्णिया कोर्ट से जुड़ा। मंडल सुरक्षा आयुक्त एके लाल ने बताया कि एमएम रहमान ने डीजल शेड से जारी पत्र के बारे में जांच शुरू की तो शेड के डीएमई ने इस तरह का कोई भी पत्र कार्यालय से जारी करने की बात से इनकार कर दिया। जिसके बाद पूर्णिया से लेकर समस्तीपुर के बीच हाइवे पर स्क्रैप लोड ट्रक पिकअप की खोज की गई लेकिन दो दिनों तक लगातार खोज के बाद भी कही स्क्रैप लोड वाहन की जानकारी नहीं मिली।
फिर क्या इस मामले में पूर्णिया कोर्ट स्थित आरपीएफ के दारोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमंकी पोस्ट पर रविवार देर शाम प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें डीजल शेड के इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया है। उधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआरएम आलोक अग्रवाल के आदेश पर सीनियर डीएमई ने इंजीनियर राजीव व हेल्पर सुशील के अलावा मंडल सुरक्षा आयुक्त एके लाल ने डीजल शेड पोस्ट पर तैनात दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामला उजागर होने के बाद से फरार चल रहे इंजीनियर आरआर झा की गिरफ्तारी के लिए आरपीएफ की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। माना जा रहा है कि पूरे मामले में करोड़ों का घपला है।
समस्तीपुर डीआरएम ने कहा है कि पूरी मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पूरे प्रकरण में जिन-जिन लोगों की संलिप्तता सामने आएगी। उन सभी लोगों पर कार्रवाई होगी। तत्काल डीजल शेड के दो कर्मी व एक आरपीएफ दारोगा को निलंबित किया गया है। मंडल सुरक्षा आयुक्त ने बाताय है कि फर्जी रूप से डीजल शेड के आवक रजिस्टर पर पिकअप वैन एंट्री करने के मामले में दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। वहीं, डीएमई संजय पासवान ने पुष्टि करते हुए कहा है कि पूर्णिया से पुराने वाष्प इंजन का स्क्रैप लाने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कर्मी राजीव द्वारा दिखाया गया पत्र फर्जी है।