Published on December 5, 2021 10:16 pm by MaiBihar Media
ओमिक्रॉन ने दुनिया भर की टेंशन बढ़ा दी है। केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों की चिंताएं बढ़ गई है। नए गाइडलाइन के बाद जिलों में विदेश से आने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मालूम हो कि पिछले सप्ताह इस जिले में कोरोना वायरस से दो पॉजिटिव मरीजों के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट हो गया है। विभागीय स्तर पर जांच की गति भी तेज कर दी गई है। सीवान रेलवे स्टेशन पर फिर से जांच कैंप लगा दिया गया है, ताकि ट्रेन से आने वाले लोगों की जांच कराई जा सके। विभागीय स्तर पर यह प्रयास किया जा रहा है कि कोरोना वायरस का तीसरी लहर इस जिले में को प्रभावित नहीं करें।
विदेश से आने वाले लोगों की भी कोरोना वायरस की जांच कराई जा रही है, ताकि समय पर संक्रमण का पता चल सके और उन्हें कोरेन्टीन कर इलाज किया जा सके। इससे अगर किसी में कोरोना वायरस के लक्ष्ण पाया जाएगा तो दूसरे में फैलने से रोका जा सकता है। जिले में अभी तक विदेश से आए एक साथ 187 लोगों की कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए आरटीपीसीआर जांच कराई गई है। इस जांच रिपोर्ट में सभी का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया है, इसलिए इस जिले के लोगों के लिए राहत है।
जिलों में विदेशियों तक कैसे पहुंच कर किया जा रहा जांच
देश के किसी भी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वहां से इस जिले के लोगों की सूची राज्य सरकार को उपलब्ध कराई जा रही है। जहां पर राज्य सर्वेक्षण इकाई द्वारा यह सूची जिले में स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई जा रही है। उस सूची में नाम पता के अलावा विदेश से आने वाले लोगों का मोबाइल नंबर भी दर्ज रहा है। इसके बाद जिला स्तर से संबंधित प्रखंडों में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पास सूची भेजकर जांच कराने के लिए सिविल सर्जन के स्तर से निर्देश दिया गया है। इसके बाद प्रखंड स्तर पर विदेश से आने वाले लोगों की जांच कराई जा रही है। अभी तक इस जिले में सात बार सूची आई है। इस सूची के अनुसार जांच हो रही है।