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Published on November 20, 2021 9:23 pm by MaiBihar Media

धान खरीदारी की सरकारी घोषणा के बाद फसल कई किसान सरकार की जल्दी से परेशान दरअसल, इस साल अब तक कई जगहों पर खेतों से पानी नहीं निकल सका है। बता दें कि हैं। सरकार की ओर से निर्धारित धान की रेट ए ग्रेड के धान की कीमत 1960 रूपये व सामान्य धान की कीमत 1940 रूपये प्रति क्विंटल किया जा चुका है। शर्त यह रखी गई है कि किसानों को धान की बिक्री के लिए आन लाइन आवेदन करना जरूरी है तब ही उनकी खरीदारी की जा सकती है।

सरकार की घोषणा से क्यों परेशान है किसान
अब भी व्यापक पैमाने पर खेतों में काफी नमी और गिलापन की वजह से किसानों को कटनी करना आसान नहीं हो रहा है। फिर भी कई जगहों पर खेतों में सूखे धान को खलिहानों व घरों पर लाकर पीटनी शुरू कर दी है। ताकि सरकारी घोषणा के तय तारीख तक धान की बिक्री कर सकें और उच्चित मुल्य प्राप्त कर सकें। फसल से निकले धानों को बोरे में भर विक्रय केंद्रों तक भी ले जाने की तैयारी कर चुके हैं। हालांकि अभी तक विक्रय केन्द्रों तक किसानों का धान नहीं पहुंच सका है। किसानों ने आन लाइन बुकिंग करना शुरू कर दिया है।

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युद्ध स्तर पर किसान खेतों से निकाल रहे हैं आनाज
इधर सूख चुके कुछ खेतों में आलू,दलहन,तेलहन आदि की बुआई भी कहीं कहीं भी शुरू हो चुकी है। वहीं, अन्य खेतों से फसल से दाने निकालने के लिए खेतिहर मजदूर से लेकर पशुपालक तक युद्ध स्तर तक भीड़ गए हैं। कई पशुपालक परिवार पशुओं के चारे इक्कठा करने के लिए मजदूरी के रूप में पुआल ही किसानों से ले रहे हैं। सक्षम किसान नयी तकनीकी से भी फसल के दाने निकाल रहे हैं। धान की कट चुकी फसल वाले खेतों की जुताई कर रबी बुआई के लिए नमी सुखाने का काम किया जा रहा है।

आपको बता दें कि सरकार की ओर से धान अधिप्राप्ति एक नवंबर तय किया था लेकिन किसानों की आय पर असर न पड़े इसका ख्याल रखते हुए सरकार ने धान अधिप्राप्ती की तिथि को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके लिए निबंधन की तिथि 15 नवंबर तक बढ़ा दी गई है। अब किसानों को अब सस्ती दर पर धान नहीं बेचना पड़ेगा। धान बिक्री करने वाले रैयत व गैर रैयतों का निबंधन जारी है। धान खऱीद के लिए प्रति क्विंटल रेट भी तय किया गया है। ऐसे में समय रहते जो रैयत व गैर रैयत अब तक निबंधन नहीं कराये हैं वे अब भी करा सकते हैं।

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