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Published on November 6, 2021 12:12 am by MaiBihar Media

बिहार में त्योहार का सीजन गम में बदल गया है। सात दिनों में जहरीली शराब से तकरीबन 60 की मौत हुई है। जिसको लेकर राज्य की सियासत तेज हो गई है। मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार को घेरा है और पूछा है कि पूर्ण शराबबंदी के बाद जहरीली शऱाब से मरने वालों का जिम्मेवार कौन, बताये सरकार। इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने सरकार से सांठ-गांठ में शराब का धंधा चलने का भी दावा किया है। वहीं, राजद सुप्रीमो लालू यादव ने भी सोशल मीडिया के जरिए सरकार को घेरने की कोशिश की है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर लगाया गंभीर आरोप

राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि पिछले सात दिनों में मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और बेतिया में जहरीली शराब से 60 लोगों की मृत्यु हो गयी है। विगत 3 दिनों में ही जहरीली शराब से 50 से अधिक मौतें हो चुकी है। अधिकांश शवों को पुलिस बिना पोस्ट्मॉर्टम जला रही है। आखिर यह किस तरह की शराबबंदी है। इन मौतों का जिम्मेवार कौन है? हकीकत ये है कि बिहार में 20 हज़ार करोड़ की अवैध शराब तस्करी और समांतर ब्लैक इकॉनमी चल रही है। पर सरकार स्थानीय प्रशासन, माफिया और तस्कर पुलिसिया सिस्टम पर कार्रवाई की बजाय पीने वालों को कड़ा सबक सिखाने की धमकी दे रही है।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शराब से हुई उन मौतों पर जब मुख्यमंत्री सफाई पेश कर रहे थे तो उनके बगल में जो भाजपाई मंत्री (राम सूरत कुमार) खड़े थे, उनके स्कूल के अंदर से दो ट्रक शराब बरामद हुई थी। पुलिसिया एफआईआर में उसका जिक्र भी है। बावजूद मंत्री के नामजद भाई को आज तक बिहार पुलिस गिरफ़्तार नहीं कर सकी है। यही सरकार की कथित शराबबंदी की सच्चाई है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कागजों पर शराबबंदी है। खुली छूट है क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है। उपचुनाव में भी सरकार के मंत्रियों और पुलिस प्रशासन ने स्वयं मतदाताओं के बीच शराब वितरण किया था।

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जहरीली शराब से हुई मौत पर लालू यादव ने भी एनडीए सरकार को घेरा
राजद अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई-बेरोजगारी से जनता का दिवाला तो निकाल ही दिया है। ज़हरीली शराब पीने से 50 से अधिक लोगों की जान चली गई है। पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मसले पर दो शब्द संवेदना के भी प्रकट नहीं करेंगे क्योंकि इससे उनके द्वारा संरक्षित शराब माफिया नाराज हो जाएगा।

मुख्यमंत्री की खरी-खरी गल कीजिएगा तो यही होगा 
आपको बता दें कि गोपालगंज और बेतिया तथा मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब से विगत एक सप्ताह में करीब 60 की मौत हुई है। जिसको लेकर सुबे की सियासत तेज है। इसपर जब मंगलवार को पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने कहा था कि “जब गड़बड़ चीज पीजियेगा तो यही सब न होगा, कोई कुछ गलत चीज पिला देगा और आप चले जाइयेगा.”

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