बिहार में विधानसभा उपचुनाव के वोटिंग से पहले जेडीयू ने पंचायती राज मंत्री सह भाजपा नेता सम्राट चौधरी के भाई और पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी के पुत्र रोहित चौधरी को अपने पार्टी में शामिल करा लिया है। रोहित चौधरी को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ‘‘ललन’’ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। पार्टी की सदस्यता लेने के बाद रोहित ने मुख्यमंत्री नीतीस कुमार से भी मुलाकात की। बहरहाल, सदस्यता दिलाने के बाद ललन सिंह ने जमकर राजद पर हमला बोला और तेजस्वी के एक-एक सवालों को जवाब दिया।
ललन सिंह ने दिलाया रोहित चौधरी को पार्टी की सदस्यता
बता दें कि इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सह् सांसद राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ ने रोहित चौधरी के पार्टी में शामिल होने पर खुशी जताई और कहा कि शकुनी चौधरी के घर से उनका पुराना संबंध रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि रोहित चौधरी को पार्टी में पूरा मान-सम्मान मिलेगा। रोहित चौधरी के पार्टी में आने से तारापुर में हमें मजबूती मिलेगी और वहां डबल मार्जिन से जीत दर्ज करेंगे।
ललन सिंह ने दी तेजस्वी के एक-एक सवालों का जवाब
उन्होंने राजद शासनकाल को याद करते हुए कहा कि 2005 के पहले बिहार की क्या स्थिति थी हर कोई जानता है। 2005 के पहले बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था का बुरा हाल था। पुराने शासनकाल में शकुनी चौधरी के घर को तोड़फोड़ कर तहस-नहस कर दिया गया था। अपने विरोधियों को कुचलने के लिए पहले हर तरह का हथकंडा अपनाया जाता था। विकास की तो कोई बात ही नहीं थी, बिहार में सिर्फ आतंक का राज चलता था लेकिन आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार, तेज गति से विकास की ओर बढ़ रहा है। हर क्षेत्र में लगातार विकास के काम हो रहे हैं।
तेजस्वी को नसिहत देकर नीतीश की तारीफ
वहीं, ललन सिंह ने तेजस्वी यादव द्वारा बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने पर कहा कि तेजस्वी यादव जरा अपने माता-पिता के शासनकाल को याद कर लें कि उस समय बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की क्या हाल थी। अगर उनके पिता के शासनकाल में अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था थी तो उनकी माता को दिल्ली एम्स में क्यों ऑपरेशन कराना पड़ा था। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि लालू-राबड़ी शासनकाल में बिहार के अस्पतालों की क्या हालत थी। लेकिन आज अस्पतालों में मरीजों के लिए हर सुविधा उपलब्ध है।
ललन सिंह ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक महीने में मात्र 39 मरीज पहुंचते थे लेकिन अब महीने में 10 हजार मरीजों का इलाज हो रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में कानून का राज स्थापित किया। जिससे लोगों में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। बिहार में पिछले 16 सालों में लोगों को जितना रोजगार मिला उतना कहीं नहीं मिला। परिवारवाद की राजनीत करनेवालों को बिहार का विकास कहां से दिखेगा। ‘‘ललन’’ ने कहा कि तेजस्वी यादव को बिहार की जनता से कोई लेना देना नहीं है। जब भी राज्य में कोई आपदा आती है तो वे दिल्ली चले जाते हैं। जब पूरा बिहार कोरोना से जूझ रहा तो उस समय वे दिल्ली में प्रवास कर रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री की तत्परता का ही नतीजा है कि आज बिहार कोरोना मुक्त राज्य बन चुका है।